इंडिया न्यूज़, Raipur News: व्यापमं और PSC में हाल ही में फीस माफ़ कर दी गई थी,(Fee waived in Vyapam and PSC in the state) जिसके चलते हज़ारों अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। लेकिन आवेदनकर्ताओ में से बहुत कम लोग परीक्षा देने पहुंचे है। जानकारी के मुताबिक एक भी परीक्षा ऐसी नहीं जहा 80 फीसदी से ज्यादा अभियार्थी परीक्षा देने पहुंचे हो।
(Half reached the examination) फीस माफ़ करने से पहले एवं बाद के गैर हाज़िर आवेदकों की लिस्ट देखे तो पहले करीब आधे अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचते थे, लेकिन फीस माफ़ होने के उपरांत इसकी संख्या दुगनी हो गई है। परीक्षा के लिए आवेदन फ्री होने के कारण अब बहुत से अभ्यर्थी आवेदन तो कर रहे है, लेकिन परीक्षा में उपस्थित नहीं हो रहे।
कहा जा रहा है कि जो अभ्यर्थी अपात्र है जिनके पास परीक्षा में शामिल होने के लिए दस्तवेज या फिर नियम शर्ते पूरी नहीं है वह अभियार्थी भी इन परीक्षाओं में शामिल होने के लिए आवेदन कर रहे है। जिससे विभाग की मुश्किलें बढ़ गई है। जबकि कई अभ्यर्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुंच रहे है। जिसके चलते इस प्रणाली पर भी सवाल उठ रहे है
परीक्षाओं में फीस माफ़ होने के उपरांत यह परीक्षाएं हुई – पीईटी, प्री एमसीए, पीपीएचटी, प्री डीएलएड, प्री बीएससी नर्सिंग,पीपीटी, प्री बीएड, पोस्ट बेसिक नर्सिंग, प्री एमएससी नर्सिंग, वैज्ञानिक भर्ती और टीईटी जैसी परीक्षाए हो चुकी है इन परीक्षाओं में करीब 26 प्रतिशत से लेकर 65 फीसदी तक उम्मीदवारों ने परीक्षाएं नहीं दी है। क्योंकि स्थानीय अभ्यर्थियों का शुल्क माफ़ कर दिया गया है। बता दें कि जब शुल्क माफ़ नहीं था तो OBC के लिए करीब 250 रुपये की जबकि SC ,ST के करीब 200 रुपये फीस ली जाती थी। सामान्य वर्ग की बात करें तो करीब 350 रुपये ली जाती थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैज्ञानिक भर्ती में करीब 7500 से भी ज्यादा आवेदन हुए थे। जबकि 11 सितंबर को आयोजित परीक्षा में साढ़े 1900 आवेदकों ने ही परीक्षा दी है। ऐसे ही और भी कई विषयो में बहुत ही कम आवेदकों ने परीक्षा दी है।
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