इंडिया न्यूज़,Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कई इलाको में मानसून के बाद भी सूखा पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार,अबकी बार प्रदेश में इतनी बारिश नहीं हुई। कई जिलों में तो टूट कर बारिश हुई। और कई इलाको में सूखे के कारण हलात खराब है। प्रदेश के 28 तहसीलें में सूखा घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने संबंधित कलेक्टरों से औपचारिक प्रस्ताव मंगाए हैं। प्रदेश के आठ जिलों में बारिश के आसार ही नहीं हुए। विभाग ने सूखे की घोषणा की है।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश के जिस भी इलाको में अबकी बार सूखा पड़ा है उनकी लिस्ट तैयार की गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश ने मामले की जाँच के लिए कहा है। जिसका जिमा मुख्य सचिव अमिताभ जैन को दिया है। मुख्य सचिव ने निर्देश अनुसार, सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी संभायुक्तों एवं कलेक्टरों की बैठक ली। जिसके बाद प्रदेश में बारिश के आकड़ो को देख गया। मुख्या सचिव ने प्रदेश के कृषि उद्योगी और अन्य विभागों को इसका जिमा सौपा है।
मुख्या सचिव की बैठक के बाद सभी विभागों से बारिश की सूची तैयार करवाई गई। जिसमे अबकी बार प्रदेश के 9 जिलों की 28 तहसीलों में 60% ही बारिश दर्ज की गई। इसके साथ ही प्रदेश में कुछ तहसीलो में तो केवल 40% से भी कम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, इन जिलों में सूखे की घोषणा कर दी गई । मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माद्यम से बताया की जिन इलाको में सूखे से समस्या बनी हुई है उनकी लिस्ट जारी कि जा रही है।
जिसके लिए सरकार कार्ययोजना भी तैयार की जाए। जिन इलाको में अबकी बार बारिश नहीं हुई है। उन्होंने ऐसी तहसीलों में फसलों का नजरी आकलन कराकर सूखा घोषित किया जायेगा। इसके लिए सहायता के लिए प्रस्ताव भिजवाने का निर्देश दिया।
प्रदेश में अबकी बार सही से बारिश नहीं हुई है। जिसका असर राज्य के कई इलाको में देखने को मिला है। अबकी बार मानसून में कुछ एक इलाको में बारिश हुई है और कुछ इलाको में तो हुई ही नहीं। जिसके कारण खरीब कि फसलों पर भी गहरा प्रभाव पड़ा है। प्रदेश के विधायकों ने इसकी सूचना मुख्यमंत्री को दी। मुख्या मंत्री ने जाँच करने के बाद सूखा ग्रस्त घोषित करके उनकी लिस्ट बनाने के आदेश दिए। प्रदेश के विधायक बृहस्पत सिंह, यूडी. मिंज, गुलाब कमरो और चिंतामणि महाराज ने सूखे कि जानकारी मुख्यमंत्री को दी और सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की थी। इसके बाद मुख्या मंत्री ने फसलों और तहसीलो कि जांच के लिए निर्देश दिए।
प्रदेश के जिन इलाको में बारिश न होने के कारण सूखा पड़ा है। इसके लिए सरकार किसानो और मजदूरों के लिए योजनाओ के तहत राहत के काम करेगी। ग्रामीण लोगो को योजना के माद्यम से काम दिलवाये गई। सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओ के जरिये किसानो को उनकी नष्ट हुई फसल का मुआवजा जारी होगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों को क्लेम की राशि भी मिलेगी।
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