चार मरीजों की पहचान से स्थिति चिंताजनक है क्योंकि इनमें से तीन रोगियों का कोई यात्रा इतिहास (travel history) नहीं है, जो डेंगू के लोकर ट्रांसमिशन की ओर इशारा करता है। डेंगू का पहला मामला 21 जुलाई को दर्ज किया गया था, जब तीन साल के बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
दुर्ग के पुराना आमापारा में सात साल का बच्चा संक्रमित पाया गया है। इसी तरह भिलाई के शांति नगर में 25 साल का युवक और रोड फोर सेक्टर-दो में 30 साल का युवक डेंगू की चपेट में आ गया है। एक अधिकारी ने बताया कि सेक्टर-नौ में 56 वर्षीय संक्रमित मिला है।
डेंगू बीमारी एडीज (Aedes) मच्छरों के काटने से फैलता है जो एक महत्वपूर्ण खतरा है। इस बीमारी से बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं और गर्भवती महिलाओं अधिक संवेदनशील होती हैं।
फिलहाल, सभी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, लेकिन एडीज मच्छर 300 मीटर के दायरे में नए लोगों में बीमारी फैला रहा है, जिससे कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों की चिंताएं बढ़ रही हैं।
डेंगू की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए निगम ने 15,000 घरों का सर्वेक्षण किया। जनता को रोकथाम के बारे में शिक्षित करने के लिए मौखिक और लिखित रूप से भी जानकारी प्रसारित की जा रही है।
इसके अलावा एडीज मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य टीम सक्रिय रूप से काम कर रही है।
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