इंडिया न्यूज़, Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हाल ही में रेलवे के अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया था (Raipur Naka underbridge)। जिसे खोलने के लिए कल 15 सितंबर को हंगामा हो गया। इस हंगामे में हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं एवं पुलिस के बीच झड़प हो गई। हालांकि पुलिस ने हंगामे हो शांत करने का प्रयास किया लेकिन जब सभी प्रयास नाकाम रहे तो पुलिस को मजबूर होकर लाठियां चलनी पड़ी। इसी के चलते CSP अभिषेक झा के अलावा कई लोग घायल हो गए(many people injured)। जिसके चलते कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया इसमें पार्षद अरुण सिंह भी शामिल थे।
Demand to open under bridge before inauguration कलेक्टर को यह ब्रिज जल्द खोने के लिए पार्षद अरुण सिंह ने ज्ञापन भी सौंपा था। हालांकि उन्होंने पहले ही यह चेतावनी दें दी थी कि अगर 15 सितंबर तक ब्रिज नहीं खोला गया तो वह जनता के को समर्पित करेंगे। पार्षद अरुण सिंह ने कहा कि यह ब्रिज का उद्घाटन अरुण वोरा के कहने पर ही नहीं किए जा रहा। उन्होनें कहा कि वह इस ब्रिज का उद्घाटन CM से करवाना चाहते है जिसके चलते उन्हें समय नहीं मिल रहा और लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
लंबे समय से ब्रिज बनने के उपरांत भी जब नहीं खुल रहा तो हिंदू युवा मंच के कार्यकर्ता 15 सितंबर को ब्रिज खोलने के लिए वहां पहुंच गए और ब्रिज खोने का प्रयास करने लगे जिससे पुलिस और लोगों में हंगामा हो गया। हंगामा इतना बढ़ गया कि वहां राखी हुई कुर्सियां भी तोड़ दी गई जब पुलिस ने लाठीचार्ज किया। युवाओ में इससे लेकर और भी गुस्सा बढ़ गया। लेकिन फिर भी लोहे से वेल्डिग किए गए पाइप को नहीं तोड़ सके।
जिसके चलते ब्रिज को तोड़ने तक कि धमकी दी गई है। सीएसपी अभिषेक झा ने कहा कि जैसे ही यह ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा होगा तो इसे उद्घाटन के साथ खोल दिया जाएगा। इस ब्रिज को बनाने में करीब 7.2 करोड़ रुपये की लगत आई है। इसका निर्माण 2019 में शुरू किया गया था जबकि इसे 2020 में तैयार करना था। यह ब्रिज 43 मीटर लंबा एवं 6 मीटर चौड़ा है।
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