इंडिया न्यूज़, Raipur News: प्रदेश में राज्य कर्मचारियों के आंदोलन के चलते महंगाई भत्ते में सरकार ने बढ़ोतरी की है। इसके चलते करीब 6 फीसदी तक महंगाई भत्ता बढ़ा दिया गया है। भत्ता बढ़ाने के आदेश 16 अगस्त को दे दिए गए थे। जिसके चलते अब मंहगाई भत्ता बढ़कर 28 फीसदी हो गया है। बता दें कि कर्मचारियों ने 12 फीसदी तक भत्ता बढ़ाने की मांग सरकार के सामने रखी थी। लेकिन सरकार ने 6 प्रतिशत ही भत्ता बढ़ाया है। ऐसे में संगठन आगे भी हड़ताल जारी रख सकता है।
जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने सातवें वेतनमान के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 28 प्रतिशत कर दिया है। बता दें कि इससे पहले महंगाई भत्ता 22 प्रतिशत तक दिया जाता था। जबकि छठवें वेतनमान के कर्मचारियों को 15 प्रतिशत वृद्धि के साथ इसका लाभ मिलेगा। जिसके चलते उनका महंगाई भत्ता 189 फीसदी कर दिया गया है। यह भत्ता का 1 अगस्त से लेकर नगद भुगतान किया जाएगा। इसकी गणना मूल वेतन से होगी।
कर्मचारी फेडरेशन अभी भी अपनी मांग पर बरकरार है। संगठन के संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि CM ने दो सचिवों की एक समिति बनाई थी। जिनसे बातचीत के दौरान 12 प्रतिशत भत्ता देने की मांग स्वीकार की गई थी। इस दौरान कहा गया था कि CM को संगठन से मिलाया जाएगा। जिसके चलते संगठन के कुछ मंत्री हड़ताल में शामिल न होकर CM से मिलने चले गए। इसके बाद 6 प्रतिशत DA बढ़ाने की मांग पर सहमति कर आए। जिसके उपरांत हमे बुलाया गया, लेकिन हमने इस 6 फीसदी भत्ता बढ़ाने की बात को मंजूर नहीं किया।
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने कहा फेडरेशन के कर्मचारियों का रुख साफ है। हम 12 प्रतिशत से कम भत्ते को मंजूर नहीं करेगें। अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानती तो हम 22 अगस्त के बाद से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठा जाएगें। जैसे की पहले भी बताया गया है कि सरकार ने कर्मचारियों की मांग पर सहमति बनाने के उपरांत 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने की बात कही है। इसी 1 अगस्त से लागु कर दिया जाएगा। हलाकि कर्मचारी संगठनों का कहना है कि उनकी मांग अभी पूरी नहीं हुई है।
यह भी पढ़ें : प्रदेश में जहां नक्सली फहराते थे काला झंडा, वहां फहराया गया तिरंगा