इंदौर। देश में लगातार कोरोना के मामलो में बढ़ोतरी के कारण एक तरफ तो सतर्कता बरती जा रही है दूसरा टीकाकरण केंद्रों की कमी के कारण लोगों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। इंदौर में सरकार ने 18 से 60 आयु वर्ग के लोगों को सशुल्क सतर्कता डोज लगवाने की अनुमति तो दे दी लेकिन इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की।
हालत यह है कि इस आयु वर्ग के लोग सतर्कता डोज लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं। शहर में इक्का-दुक्का अस्पतालों को छोड़कर कोई भी इस आयुवर्ग के लोगों को सतर्कता डोज लगाने के लिए तैयार नहीं।
जिले में 18 से 60 आयु वर्ग के हजारों लोग सतर्कता डोज लगवाने के पात्र हो चुके हैं, लेकिन टीकाकरण केंद्र नहीं होने से ये परेशान हो रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं। इस आयु वर्ग के लोगों को सतर्कता डोज लगाने का काम पूरी तरह से निजी अस्पतालों के भरोसे छोड़ दिया गया है।
जिले में एक भी शासकीय टीकाकरण केंद्र नहीं है जहां इस आयु वर्ग के लोगों के लिए सशुल्क सतर्कता डोज लगवाने की व्यवस्था हो। इधर दूसरी तरफ निजी अस्पताल भी इस आयु वर्ग के लोगों को सतर्कता डोज लगाने के लिए आगे नहीं आ रहे। इक्का-दुक्का अस्पताल तैयार हैं लेकिन वहां इतनी कम संख्या में डोज उपलब्ध करवाई जा रही है कि लोगों को कई -कई दिन इंतजार करना पड़ रहा है। corona-vaccination-in-indore
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