इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: (Kanker Medical College) प्रदेश के कांकेर मेडिकल काॅलेज में करीब 540 पदों पर भर्ती होनी थी। जिसकी प्रक्रिया में आवेदकों द्वारा लगातार आरोप लगाए जा रहे है। इस भर्ती के लिए कर्मचारी चयन बोर्ड बस्तर ने कांकेर मेडिकल काॅलेज में भर्ती के लिए साल के प्रथम माह में ही विज्ञापन जारी किया था, जिसके चलते बस्तर संभाग के आवेदकों को आवेदन करने के लिए कहा गया था।
(Controversy over recruitment process in medical college) जो आवेदक बस्तर संभाग के नहीं थे, उन्हें इस आवेदन से बाहर कर दिया गया। हालांकि इसके उपरांत हाईकोर्ट के आदेश की बात करते हुए जिन लोगों को सूचि से बाहर किया गया था। उन्हें फिर से मेरिट लिस्ट में सबसे पहले स्थान दिया गया। जबकि जो लोग बस्तर संभाग के थे उनके नाम लिस्ट में शामिल नहीं किए गए।
भर्ती में इस प्रकार की त्रुटि होने के उपरांत भी कमिश्नर कार्यालय के पत्र क्रमांक 454 की बात कहकर दूसरे संभाग के लोगों को भी भर्ती में शामिल कर लिया गया। लेकिन इस भर्ती की पहली प्रक्रिया रद्द नहीं की गई, जिसके चलते जो आवेदक बस्तर संभाग के नहीं है उन्हें मेरिट लिस्ट में स्थान दिया गया। इसी के चलते अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर कोर्ट का नियम मानना है तो भर्ती रद्द करके फिर से विज्ञापन निकला जाए।
क्योंकि पहले इसकी जानकारी विज्ञापन में सही नहीं थी। जिसके चलते कई छात्रों ने आवेदन नहीं किया। अब अगर भर्ती को बिना रद्द किए आगे बढ़ा दिया गया तो कुछ आवेदकों को इस भर्ती में शामिल होने का मौका नहीं मिल पाएगा। जिसके चलते स्थानीय आवेदकों ने कोर्ट में गुहार लगाई है। कि विज्ञापन फिर से जारी कर शुरू से भर्ती की जाए।
अंबिकापुर कॉलेज में भी भर्ती प्रक्रिया चल रही है जिसके चलते बस्तर संभाग के युवा ने आवेदन किया था, लेकिन वह सरगुजा संभाग का न होने के कारण उसे भी अपात्र घोषित किया गया है। इस कॉलेज में भी सिर्फ सरगुजा संभाग के अभ्यर्थियों को ही पात्र माना गया है। ऐसे में एक ही प्रदेश में 2 मेडिकल कॉलेज में भर्ती प्रक्रिया के अलग -अलग नियम कैसे हो सकते है। कहा जा रहा है कि जो बाहर संभाग के बाहर के आवेदन है, वह कुछ समय बाद अपना ट्रांसफर करवा लेंगे, जिसके चलते यहां बस्तर संभाग में फिर से पद रिक्त रह जाएगें।
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