इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: प्रदेश का कोयला उत्पादन में दूसरा स्थान है। (Coal Companies) अब कोयला कंपनियों में काम कर रहे मजदूरों को हाई पावर कमेटी द्वारा तय किया हुआ वेतन नहीं मिल रहा। (Coal Companies) इसके पीछे ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत होने की बात कही जा रही है।
बता दें की कई बार तो इन मजदूरों को बोनस भी नहीं दिया गया। (Coal Mine Labor Union) लक्ष्मा रेड्डी ने गेवरा में मीडिया को बताया कि अब मजदूरों के हितों के लिए आंदोलन भी शुरू किया जा सकता है। बता दें कि लक्ष्मा रेड्डी भारतीय मजदूर संघ कोल क्षेत्र के राष्ट्रीय प्रभारी है। हाल ही में गेवरा रिक्रिएशन क्लब में अखिल भारतीय कोयला मजदूर संगठन की 104 वीं बैठक हुई थी। जिसमें शामिल हुए लक्ष्मा रेड्डी ने यह सब कहा।
(Coal Mine Labor Union) लक्ष्मा रेड्डी ने कहा कि मजदूरों को अच्छा वेतन दिलवाने का प्रयास किया जा रहा है। केंद्र सरकार के अनुषांगिक संगठन होने कि बात पर उन्होंने बताया कि भारतीय मजदूर संघ स्वतंत्र मजदूर संगठन राजनीति से जुड़ा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा कि जो कार्य मजदुर के हित में हो हम वही कार्य करते है।
इस बैठक में सुधीर घूरड़े राष्ट्रीय महामंत्री, बीएमएस के राष्ट्रीय पर्यावरण प्रभारी लक्ष्मण चंद्रा, जेबीसीसीआई सदस्य सुरेंद्र पांडे, मजरूल हक अंसारी समन्वयक समिति सदस्य, प्रदेश महामंत्री उद्योग प्रभारी राधेश्याम जायसवाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष कोयला खदान मजदूर संगठन टिकेश्वर राठौर, बीकेकेएमएस के अध्यक्ष अश्वनी मिश्रा, प्रीतम राठौड़, महामंत्री अशोक सूर्यवंशी, मनमीत सिंह, कुणाल सिंह व संगठन के संभागीय अधिकारी शामिल हुए।
(Coal Mine Labor Union) 2 दिवसीय बैठक में श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए सरकार और प्रबंधन पर दबाव बनाने की बात पर चर्चा हुई। की आगे किन विषयों पर कैसे कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को कोयला खदान मजदूर संघ पर पूरा भरोसा है।
क्योंकि उन्हें पता है कि यही मजदुर संघ मजदूरों के हक़ में आवाज उठता है और मजदूरों के हित में ही हर निर्णय लेता है। राष्ट्रीय कोल प्रभारी ने कहा कि मजदूरों की संख्या लगातार घट रही है। जो एक चिंता की बात है। उन्होंने बताया की हर जगह भर्ती से ज्यादा मजदुर रिटायर हो रहे है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को उनका हक़ मिले।