India News CG (इंडिया न्यूज), Child Obesity: कम उम्र में बच्चों में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे उनकी सेहत और जीवनशैली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। मोटापा न केवल बच्चों की शारीरिक रूपरेखा को प्रभावित करता है, बल्कि उनकी गतिविधियों में सुस्ती और कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बनता है। इसे रोकने के लिए माता-पिता को कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए।
अगर आपके बच्चे का वजन तेजी से बढ़ रहा है और वह पहले जैसा एक्टिव नहीं रहा, तो सबसे पहले उनकी डाइट पर ध्यान देना आवश्यक है। जंक फूड, बटर, और चीज जैसे कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। इसके बजाय, बच्चे की डाइट में प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जैसे कि दाल, हरी सब्जियां, और फल। बच्चों को हेल्दी खाना खाने के लिए प्रेरित करें और उन्हें संतुलित आहार के महत्व को समझाएं।
बच्चों को अधिकतर समय घर के अंदर बैठकर टीवी या मोबाइल पर ध्यान देने की आदत हो जाती है, जिससे उनका वजन बढ़ सकता है। इसके लिए, उन्हें नियमित शारीरिक गतिविधियों में शामिल करें। बच्चे की उम्र और क्षमता के अनुसार खेलकूद और व्यायाम कराएं। धीरे-धीरे उनकी वर्कआउट की अवधि बढ़ाएं, जिससे उनकी फिटनेस में सुधार हो सके और वजन नियंत्रित रहे।
बच्चों की जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव भी महत्वपूर्ण होते हैं। टीवी देखते समय खाना खाने की आदत को छोड़ें और खाने के समय को डाइनिंग टेबल पर बैठकर पूरा करें। इसके अलावा, देर रात तक जागने और सुबह देर तक सोने की आदतों को बदलें। एक नियमित सोने और जागने का शेड्यूल बनाएं, जिससे उनका मेटाबॉलिज्म सही रहे और वजन नियंत्रण में रहे।
रात के खाने में हल्का और पौष्टिक भोजन लेना फायदेमंद होता है। ज्वार का चीला, ओट्स के साथ कसा पनीर, वेजिटेबल उपमा, तवा पनीर, और भुनी सब्जियाँ जैसे विकल्प अच्छे होते हैं। खाना खाने के तुरंत बाद सोने से बचें, जिससे पाचन सही रहे और वजन नियंत्रित रहे।
इन उपायों को अपनाकर बच्चे को ओबेसिटी से बचाया जा सकता है और उनकी सेहत को बेहतर बनाया जा सकता है।