इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News (Teeja-Pora): आज 27 अगस्त को CM हाउस (CM House) में हुआ तीजा-पोरा तिहार का आयोजन। इस आयोजन में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से महिला जनप्रतिनिधि एवं महिलाऐं पहुंची। इस दौरान (CM Bhupesh Baghel) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उनकी पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल ने शिव की पूजा कर कार्यक्रम की शुरआत की। (Alka Lamba and Ragini Nayak) दिल्ली से अलका लांबा एवं रागिनी नायक इस आयोजन में शामिल हुई।
यह त्यौहार CM निवास (CM House) पर बहुत ही धूम-धाम से मनाया गया। इस दौरान विशेष तैयारी की गई। इसी के चलते पोला की परंपरा निभाई गई। इसके अलावा नंदी बैल की भी पूजा की। (CM Bhupesh Baghel) इस मौके पर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से निमंत्रण देकर तीजहारिनों को खास तौर पर बुलाया गया। जिसके चलते करूभात की व्यवस्था की गई।
(celebrated the festival of Teeja-Pora) प्रदेश का यह त्यौहार मुख्य रूप से खेतों से जुड़ा हुआ है। इसमें बैल और गौवंशी पशुओं का खेती में महत्व के कारण उनका आभार व्यक्त करने के लिए यह परंपरा निभाई जाती है। जिसके चलते उनकी पूजा होती है। इसके अलावा सभी घरों में नंदी बैल और बर्तनों के खिलौनों से बच्चे खेलते है। घरों में अलग-अलग स्वादिष्ट भोजन तैयार होता है जैसे: गुड़चीला, ठेठरी, खुरमी, गुलगुला, भजिया आदि। बता दें कि इस मौके पर बैलों की दौड़ की प्रतियोगिता भी की जाती है।
(celebrated the festival of Teeja-Pora) प्रदेश में हरतालिका तीज मनाने की परंपरा है। यह परंपरा निभाने के लिए ससुराल से मायके महिलाएं आती हैं। ससुराल से पिता बेटियों या फिर भाई-बहन को यह त्यौहार मनाने के लिए लेकर आते है। इस त्यौहार को मनाने के लिए बुजुर्ग महिलाएं भी ससुराल से मायके आती है।
सभी महिलाओं को ससुराल से मायके आने का चव इस त्यौहार के दौरान होता है। इस त्यौहार से पहले महिलाएं करू भात ग्रहण कर निर्जला व्रत भी रखती है यह व्रत पति की दीर्घ आयु के लिए रखा जाता है। जो तीजा पर्व से 1 दिन पहले महिलाएं रखती है। जिसके चलते इस अवसर को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।
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