India News (इंडिया न्यूज़), Chhattisgarh News, रायपुर: छत्तीसगढ़ में जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के ग्रामीण इलाके से एक फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां। 10वीं और 12वीं पास ग्रामीण युवा युवतियों को एक संस्था ने ट्रेनिंग दी और गांव के लोगों के इलाज के लिए प्रशिक्षित कर दिया। गांव में क्लिनिक खोलकर युवक- युवतियां बीमार लोगों को दवाईयां दे रहे हैं।
3 महीने की ट्रेनिंग के बाद खोले गए इन किल्निक का स्वास्थय विभाग को कोई खबर ही नहीं है। लेकिन अब इस मामले की जांच कर रही है। ई क्लिनिक खोलकर युवक युवतियां एमबीबीएस और बीएएमएस डॉक्टरो की तरह प्रिसक्राइब की जाने वाली दवाइयां दे रहे है।
जानकारी मिली है क इन युवक-युवतियों को पेशेंट केयर असिस्टेंट के पद के लिए भर्ती किया गया है। दरअसल, इन ग्रामीण युवक-युवतियों को एक विज्ञापन के जरिए ग्रामीण इलाकों में पेशेंट केयर असिस्टेंट के पद पर सीधी भर्ती की गई है। जिसके चलते इन युवक युवाओं को ₹13000 प्रतिमाह देने की बात भी कही गई है।
बता दें कि ग्रामीण युवक-युवतियों को बिलासपुर के नरेश हेल्थ केयर नाम की एक संस्था ने ट्रेनिंग दी है। इस ट्रेनिंग में मलेरिया, टाइफाइड, सर दर्द, बदन दर्द, बुखार, स्त्री रोग जैसी बीमारियों के बारे में सिखाया गया है।
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