India News CG (इंडिया न्यूज), Chhattisgarh News: रायपुर के भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने होटलों में शाकाहारी और मांसाहारी किचन के अलग-अलग होने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों में भारतीय होटलें खुली रहती हैं, लेकिन इन्हें पाकिस्तानी और बांग्लादेशी लोग चलाते हैं।
हमारे देश में ऐसी स्थिति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जिन होटलों में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन दोनों मिलते हैं, वहां यह स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि कौन सा किचन किस प्रकार का भोजन बनाता है।
शनिवार को रायपुर में खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने कई बड़े खाद्य संस्थानों में दबिश दी। जांच के दौरान टीम ने पाया कि कुछ प्रसिद्ध खाद्य कंपनियों के पिज्जा, फ्राइड चिकन और मोमोस की गुणवत्ता सही नहीं थी। इसके चलते केएफसी और पिज्जा हट को नोटिस दिया गया है, जबकि मोमोस अड्डा को बंद करवा दिया गया है।
मेग्नेटो माल स्थित केएफसी में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने पाया कि खाद्य पदार्थों को तलने वाले तेल का उपयोग उसकी गुणवत्ता समाप्त होने के बाद भी किया जा रहा था। इसके अलावा, सिटी सेंटर मॉल स्थित पिज्जा हट में भी कई गड़बड़ियां पाई गईं। यहां शाकाहारी और मांसाहारी भोजन के लिए अलग फ्रीजर नहीं थे, और एजेंसी से पेस्ट कंट्रोल नहीं कराया गया था। कर्मचारियों की मेडिकल जांच रिपोर्ट भी उपलब्ध नहीं थी, जबकि हर छह माह में यह जांच कराना आवश्यक है। इस संबंध में पिज्जा हट को 14 दिन में सुधार करने का नोटिस जारी किया गया है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हमारे देश में होटलों में शाकाहारी और मांसाहारी किचन के लिए स्पष्ट निर्देश और मानक होने चाहिए। इससे उपभोक्ताओं को भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता के प्रति विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारे देश में खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता को उच्च प्राथमिकता दी जाए, और इसके लिए सरकार और संबंधित एजेंसियों को कड़े कदम उठाने चाहिए।