India News CG (इंडिया न्यूज), Chhattisgarh Monsoon Session: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हुआ, जिसमें कार्यवाही की शुरुआत दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित करने से की गई। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव मकसूदन लाल चंद्राकर, पूर्व विधायक अमीन साय, लक्ष्मी प्रसाद पटेल, और अग्नि चंद्राकर को श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद, सदन में पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस शुरू हो गई।
विपक्ष ने बलौदा बाजार के मुद्दे को उठाते हुए काम-रोकू प्रस्ताव लाकर इस पर चर्चा की मांग की। इस पर पक्ष ने न्यायिक आयोग द्वारा की जा रही जांच का हवाला देते हुए चर्चा की आवश्यकता पर सवाल उठाया। विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों की आपत्तियों पर गौर करते हुए आपत्ति को खारिज कर दिया, जिससे पक्ष और विपक्ष के बीच बहस और भी गरम हो गई।
इसके अलावा, विधानसभा में वन भूमि पट्टा फर्जीवाड़े का मामला भी उठाया गया। कांग्रेस विधायक जनक ध्रुव ने मैनपुर के ग्राम शोभा में वन भूमि पट्टा के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप लगाया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने इस मुद्दे की जांच के लिए एक समिति गठित करने की मांग की, जबकि मंत्री टंक राम वर्मा ने दस्तावेज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। इसके बावजूद, विपक्ष ने तत्काल कार्रवाई की मांग की।
सत्र के दौरान, बीजेपी विधायक मोतीलाल साहू ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी पर प्रश्न उठाया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब में कहा कि राज्य में शिक्षकों का औसत राष्ट्रीय औसत से बेहतर है, लेकिन फिर भी करीब 300 स्कूलों में शिक्षक की कमी है। उन्होंने बताया कि पहले उपयुक्तकरण किया जाएगा और फिर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साव को अयोध्या में रामलला दर्शन के लिए बधाई दी और पूछा कि क्या सरकार ने भगवान राम के नाम पर कोई ठोस कार्य किया है। उन्होंने अपनी सरकार की ओर से भगवान राम के 75 स्थानों के चिन्हांकन और 10 स्थानों पर विकास कार्यों की जानकारी दी।