India News(इंडिया न्यूज़), Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है, 5 साल तक जो सत्ता में रहे वो नेता अब विपक्ष में आ गए है, विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आए एक महीना नहीं हुआ और कांग्रेस ने एक बड़े धरना प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है, पर धरना के पीछे मुद्दा केंद्र से जुड़ा हुआ है, संसद के मानसून सत्र में सांसदों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस पार्टी बड़े स्तर पर शुक्रवार को धरना प्रदर्शन करने जा रही है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने एक निर्देश जारी किया है, उसमे सभी जिला अध्यक्ष और कांग्रेस के सभी मोर्चा प्रकोष्ठ को एकदिवसीय धरना प्रदर्शन के लिए निर्देश दिया गया है, इसमें कहा गया है कि कांग्रेस के नई दिल्ली में हुई इंडिया अलायंस की बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार 142 सांसदों के निलंबन और हमारे लोकतांत्रिक आधार पर गंभीर हमले का पुरजोर विरोध करते हुए शुक्रवार को देश भर में एक दिवसीय विशाल विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया गया है, अब, पहले से कहीं अधिक हमें लोकतंत्र के इस अपमान के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है, केंद्र सरकार ने लोकतंत्र के सिद्धांतों की हत्या कर संसद को लोकतंत्र के कब्रिस्तान में बदल दिया है।
साथ ही महामंत्री मलकीत गैदू के निर्देश में कहा गया है कि छत्तीसढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश मुख्यालय के साथ साथ प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा, इसमें कांग्रेस पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल होंगे, सांसद, पूर्व सांसद, विधायक और पूर्व विधायक के साथ सभी पदाधिकारी इस प्रोटेस्ट में शामिल होंगे।
आपको बते दें कि संसद के मानसून सत्र में पिछले कुछ दिनों से बवाल जारी है, विपक्ष लगातार केंद्र सरकार से संसद में अचानक घुसे लोगों के बाद सुरक्षा पर सवाल उठा रहा है, इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा के करीब 150 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है, इसके विरोध में इंडिया गठबंधन की बैठक में देश में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला हुआ है।
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