इंडिया न्यूज़, Raigarh News: छत्तीसगढ़ में श्रमिकों के लिए ई-श्रम योजना चलाई गई है, जिसके लिए श्रम विभाग द्वारा कॉमन सर्विस सेंटर पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के लिए कहा गया है। लेकिन अगर आप भी ऐसे कार्ड बनाना चाहते है तो सावधान हो जाइये।
प्रदेश में ऐसे कई मामले सामने आ रहे है,(Cheating in the name of making e-shram card) जिसमें कार्ड बनाने के नाम पर धोखा धड़ी की जा रही है। जिसके चलते कई लोग ऐसी ठगी का शिकार हो रहे है। ऐसे ही रायगढ़ के लैलुंगा से एक मामला सामने आया है। इसमें आरोपी ने गांव में ई-श्रम कार्ड एवं बैंक पास बुक नई बनाने के नाम पर लोगों से रुपये ठगे है।
आरोपी ने ई-श्रम कार्ड एवं बैंक पास बुक बनाने के नाम पर करीब 11 गांव के लोगों के खाते से पैसे निकले है। जिसके उपरांत लोगों ने इसकी शिकायत की इस शिकायत पर DSP सौरभ उइके ने अपनी टीम के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि उसे अब कोर्ट में पेश किया जाएगा। जिसके उपरांत आगामी कार्यवाही होगी। फ़िलहाल उसे हिरासत में ले लिया गया है।
जानकारी के अनुसार श्रवण महंत रायगढ़ जिले के एक गांव में गए। वहां पहुंचकर उसने खुद को कॉमन सर्विस सेंटर का संचालक बताया जिसके उपरांत ग्रामीणों से उसकी आईडी देखी और उससे बैंक पास बुक और ई-श्रम कार्ड बनवाने के लिए राजी हो गए। जिसके चलते ग्रामीणों ने ई-श्रम कार्ड बनवाने के लिए करीब 50 -50 रुपये दिए जबकि बैंक पास बुक बनवाने के लिए करीब 700 रुपये हर अकाउट के हिसाब से दिए।
जिसके चलते उसने ग्रामीणों के फिंगर प्रिंट भी ले लिए। ठगी का पता तब चला जब ग्रामीण पैसे निकलने के लिए PNB bank लैलूंगा गए। जिसके बाद उन्होंने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी और आरोपी को गिरफ्तार करवा दिया। इन लोगों के खाते से निकले ३७ हज़ार – जीरा राम राठिया, कुंती राठिया, सुंदर साय राठिया, कौशल्या यादव, सनकुवंर राठिया, राम सिंह राठिया,महेश राम राठिया, राम सिंह राठिया, रासमोती यादव, उत्तरा यादव।
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