India News(इंडिया न्यूज़), CG Election 2023: छत्तीसगढ़ में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले है। आज चुनावी चर्चा में बात करेंगे बिलासपुर जिले की एक महत्वपूर्ण सीट कोटा के बारे में। आजादी के बाद से कोटा विधानसभा अस्तित्व में आया तबसे यहां कांग्रेस पार्टी का ही कब्जा रहा। इस रिकॉर्ड को पहली बार पिछले विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी से निकलीं रेणु जोगी ने तोड़ दिया और और कोटा विधानसभा पहली बार 2018 को विधानसभा चुनाव में किसी अन्य दल के कब्जे में आया, लेकिन कोटा के इतिहास में अब तक भाजपा सरकार नही आई है।
बता दें यहां इस बार भाजपा ने दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव के बेटे प्रबल प्रताप जूदेव को उम्मीदवार बनाया है। यहां कांग्रेस से अटल श्रीवास्तव का नाम लगभग फाइनल माना जा रहा है। JCCJ ने कोटा विधानसभा से अब तक अपना पत्ता नहीं खोला है। यहां अगर JCCJ की ओर से कोई मजबूत उम्मीदवार सामने आता है तो मुकाबला तीन दलों में हो सकता है।
एमपी की सीमा से लगी हुई कोटा विधानसभा में बीजेपी ने अब तक फतह हासिल नही की है। 1952 से लेकर कोटा विधानसभा सीट पर अब तक 14 बार विधानसभा चुनाव हुए है। चुका है। यहां पहले विधायक काशीराम तिवारी चुने गए थे, जबकि उनके बाद मथुरा प्रसाद दुबे 4 बार और राजेंद्र शुक्ला 5 बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।
कांग्रेसी के धाकड़ नेता राजेंद्र शुक्ला के निधन के बाद 2006 में हुए उपचुनाव में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी कांग्रेस पार्टी से चुनाव जीतीं थी और तब से लगातार 2018 को छोड़कर कांग्रेस पार्टी ही यहां जीती है। 2018 में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस पार्टी से रेणु जोगी विधायक बनीं थीं।
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