इंडिया न्यूज़, Madhya Pradesh News : केंद्रीय जांच ब्यूरो दक्षिण भारत और मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी की दो अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने हैदराबाद और विशाखापत्तनम में आयकर विभाग में तैनात कर सहायकों के रूप में कार्यरत दो व्यक्तियों को 60,000 रुपये की रिश्वत के बदले गिरफ्तार किया है।
सीबीआई आधिकारि ने बताया की, हैदराबाद में अतिरिक्त आयकर आयुक्त (सीआईटी) के कार्यालय में कार्यरत एक वरिष्ठ कर सहायक और विशाखापत्तनम में आयकर विभाग के एक अन्य वरिष्ठ कर सहायक के खिलाफ आरोप पर मामला दर्ज किया गया था। – कि उन्होंने शिकायतकर्ता से संबंधित टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स (TDS) प्रमाण पत्र के मामले में साजिश रची और शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपये की मांग की।
शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि बातचीत के बाद आरोपी ने मांग कम कर दी और शिकायतकर्ता को 60,000 रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने जाल बिछाकर आय विभाग हैदराबाद के वरिष्ठ कर सहायक को शिकायतकर्ता से अपने हिस्से के 40,000 रुपये की रिश्वत की मांग और स्वीकार करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
जानकारी अनुसार “अन्य आरोपियों के हिस्से का उनकी मांग के अनुसार ऑनलाइन भुगतान किया गया। उन्हें भी पकड़ा गया। हैदराबाद और विशाखापत्तनम में आरोपी के परिसरों की तलाशी ली गई। बयान में आगे कहा गया कि “एक अन्य मामले में, सीबीआई ने एक कृषि क्षेत्र अधिकारी (AFO), भारतीय स्टेट बैंक (SBI), मध्य प्रदेश में नवरोजाबाद शाखा, जिला उमरिया और एक निजी व्यक्ति को 10,000 रुपये की रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया था।
सीबीआई के अनुसार, निजी व्यक्ति के खिलाफ शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि आरोपित ने जिला उमरिया (एमपी) के नवरोजाबाद में भारतीय स्टेट बैंक में कृषि क्षेत्र अधिकारी की ओर से शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपये का ऋण प्राप्त करने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की और प्राप्त करने का प्रयास किया।
सीबीआई ने जाल बिछाकर आरोपी निजी व्यक्ति को शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। बाद में एसबीआई के एएफओ को भी आरोपी निजी व्यक्ति से उक्त रिश्वत राशि लेते हुए पकड़ा गया। आरोपी के परिसरों की तलाशी ली गई। गिरफ्तार सभी आरोपियों को आज सक्षम न्यायालयों में पेश किया जाएगा।
Read More: सरपंच पद पर जीत के बाद लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे, देश विरोधी नारे लगाने के वीडियो की जांच शुरू