बाद में कपलिंग मशीन को काटकर उसे क्रेन से हटाया गया। इसके बाद ठेका श्रमिक विनोद मौर्य को बाहर निकाला गया। घायल ठेका श्रमिक को मैन मेडिकल पोस्ट लाया गया। वहां से उसे भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर- 9 अस्पताल ले जाया गया।
बताया जा रहा है कि मेंटेनेंस कार्य के दौरान या हादसा हुआ। ठेका श्रमिक का पैर कपलिंग में कैसे फंसा यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। ब्लूम फिल्टर मोटर के मरम्मत के दौरान श्रमिक का पैर कैपलिंग में फंसा था। बताया जाता है कि कपलिंग पर गार्ड लगा रहता है। लेकिन घटना के वक्त वह खुला हुआ था।