Bhagwan Ram Controversy: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर भगवान राम के नाम पर राजनीति चरम पर आ गई है। जिसके चलते एक बार फिर नेताओं में तेरा राम-मेरा राम को लेकर जुबानी जंग छीड़ गई है। जिसके चलते छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ईडी रेड के मामले में बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं।
दरअसल छत्तीसगढ़ में पिछले 2 दिनों में इडी ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है। जिसमें कई बड़े लोग जैसे- IAS अफसर, कांग्रेस के नेता, शराब कारोबारी और होटल कारोबारी से जुड़े लोगों के यहां ईडी पहुंची और उनके घर और दफ्तर खंगाले
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा है कि अभी त्योहार का समय है। सभी लोग पूजा पाठ में है। किसी को परेशान करना ठीक नहीं। हम बीजेपी नहीं कि हम राम का चोला ओढ़ लेंगे और काम उल्टा करें. अभी लोग पूजा में लगे है। उसपर एजेंसी भेज रहे हैं। जांच कर रहे है। कैसे हिंदू हैं समझ नहीं आता। कोई उपवास है। सबके यहां एजेंसी भेजकर परेशान कर रहे है। टेरर पैदा कर रहे हैं।ये सब शोभा नहीं देता.
बता दें कि देश का इकलौता कौशल्या माता का मन्दिर छत्तीसगढ़ में है। जिसके चलते छत्तीसगढ़ राज्य को भगवान राम का ननिहाल माना जाता है। इस लिए छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस भगवान राम के नाम पर आमने-सामने आते रहके हैं। संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि राम वन गमन पथ निर्माण, कौशल्या माता मंदिर का जीर्णोद्वार ये दिखाता है कि सरकार और कांग्रेस पार्टी राम को मानती है। हम अपनी संस्कृति को आत्मसात किए हुए हैं. तीज-त्योहार को मानते हैं।
वहीं कांग्रेस के इस आरोप के बाद बीजेपी के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस पर पलटवार किया। गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस का काम ही रहा है। धर्म के आधार पर लोगों को बांटना। रहीं बात प्रभु की तो श्री राम हर किसी के है। उनको बांटने का अर्थ देश को बांटने जैसा है। मर्यादाओं मे रहकर कर्म करने वालों के साथ उनका आशीर्वाद सदा से ही रहते आया है। प्रभु श्रीराम न्याय के साथ कार्य करने वालों के साथ होते है। अन्यायी, अत्याचारी और शोषण करने वालों का नाश करने का कार्य प्रभु राम करते है।
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