India News (इंडिया न्यूज़), Bajrang Dal, रायपुर: बजरंग दल पर प्रतिबंध को लेकर लगातार राज्य में सियासी घमासान बचा हुआ है। जिसके चलते छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भाजपा से पूछा कि कर्नाटक और गोवा में भाजपा सरकारों ने श्री राम सेवा पर प्रतिबंध क्यों लगाया? जो भाजपा जय श्री राम का नारा लगती है। उनके नाम पर वोट और चंदा लेती है। लेकिन सत्ता मिलने के बाद क्या मजबूरी थी? उसे स्पष्ट करें।
वर्तमान में कहीं भी बजरंग दल पर प्रतिबंध नहीं लगा है। स्थिति और परिस्थिति के अनुसार प्रतिबंध लगाने की बातें कही गई है। भाजपा सरकारों ने श्री राम सेवा पर प्रतिबंध क्यों लगाया था? तो क्या यह भगवान श्री राम का अपमान नहीं है? आगे उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से भाजपा नेताओं के मन में बैठे नफरत का भाव का नाश होगा। आम जनता की जो मूल समस्या है। महंगाई, देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बिकती सरकारी कंपनी इन सब पर भाजपा चर्चा करने की हिम्मत जुटा पाए। भाजपा और बजरंग दल की बजरंगबली की भक्ति सिर्फ एक दिखावा है।
गैरतलब है कि कर्नाटक में बजरंग दल को बैन करने वाले बयान को लेकर लगातार सियासी पारा गरम है। छत्तीसगढ़ में कभी कांग्रेस सुंदरकांड का पाठ कर रही है। तो बीजेपी हनुमान चालीसा का पाठ कर रही है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही थी। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने भी बयान दिया था की जरूरत पड़े तो बजरंग दल को बैन लगाने पर सोचेंगे। इस बयान के बाद इसे भगवान हनुमान से जोड़कर देखा जा रहा है और लगातार कांग्रेस के आलोचना की जा रही है।
ये भी पढ़ें: 58 Percent Reservation: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा निर्णय, बड़े पैमाने शासकीय पदों पर होंगी भर्तियाँ