इंडिया न्यूज़, Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कल 9 सितंबर को धरना प्रदर्शन किया। (Anganwadi Workers Protest) जिसके चलते महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए सड़को पर जमकर हंगामा किया। इसी के चलते कलेक्टोरेट का भी घेराव किया गया। यह आंदोलन प्रदेश की महिलाओं ने अपनी 6 सूत्रीय मांग और 18 हज़ार रुपये मानदेय के लिए किया। यह धरने का दूसरा चरण है, ( surrounded the collectorate) जिसके पहले दिन संभागीय मुख्यालय में धरना दिया गया।
(Anganwadi Workers Protest) आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि प्रदेश में सरकार ने चुनाव जितने से पहले यह घोषणा पत्र में लिखा था, कि जब सरकार बन जाएगी तो उनकी मांगे पूरी होगी। लेकिन 3 वर्ष निकलने के उपरांत भी मांग पूरी नहीं हुई। जिसके चलते यह आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर मांग पूरी नहीं की गई, तो संभागीय मुख्यालयों वह आंदोलन करेगें।
(6-point Demands) उन्होंने ने कहा कि 6 सूत्रीय मांग के लिए धरना देकर सरकार का ध्यान हर बार इस बात की ओर आकर्षित किया है लेकिन कोई भी कदम नहीं उठाया गया। जिसके चलते सरे संघ की सहमति से यह धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो कुछ समय तक राजधानी रायपुर में करीब 1 लाख महिलाएं धरना देगी।
सबसे पहला तो नीति बनाकर शासकीय कर्मचारी घोषित हो। इसके अलावा चुनाव के समय घोषणा पत्र में जो वादा किया गया था उसी के अनुसार ही कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाए। नर्सरी शिक्षक के पदों पर सहायिकाओं और कार्यकर्ता को उन्नयन किया जाए।मासिक पेंशन भी दी जाए एवं समूह बिमा योजना की नीति बनाई जाए। जिसमें मृत्यु होने या फिर रिटायर होने पर 3 से 5 लाख रुपये दिए जाए।
सुपरवाइजर के खली पदों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति, वह भी बिना परीक्षा और आयु में छूट पर। 25 प्रतिशत का बंधन समाप्त हो। इसके अलावा कार्यकर्ता या फिर सहायिका की मृत्यु होने पर अनुकंपा के तहत मृत्यु का भी प्रावधान होना चाहिए। जब तक मांग पूरी नहीं होती इसी प्रकार अलग- अलग संभागीय मुख्यालय में धरने दिए जाएगें हालांकि अभी बिलासपुर में धरना दिया जा रहा है।
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