इंडिया न्यूज़ , Amrit Mahotsav : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भारत देश के आजादी के 75वें वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर पूरा शहर देश भक्ति के गीतों पर छुम उठा। RPF के जवानों के बैंड से निकली सुमधुर धुन सुन कर लोग गीतों को गुन गुनाने लगे। चारो और देश भक्ति के गीत धुन सुनकर लोगों के मन में देश भक्ति के संदेश दिया जा रहा था । इस उत्सव में चारो और चलने वाले देश भक्ति के संगीत से तिरंगा भी झूम रहा था। ।
पुरे भारत देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री ने हर घर तिरंगा, योजना चलाई हुई है। जिसमे 15 अगस्त से पहले सभी के घरों पर तिरंगा फहराया जायेगा। इस वर्ष आजादी का ये दिन केंद्र सरकार की ओर से अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इसके लिए रेलवे सुरक्षा बल के जवानो ने बाइक से तिरंगा लेकर यात्रा निकाली गई। जिसमे सभी लोगों को देश के प्रति जागरूक किया।
इस अमृत महोत्सव पर अलग अलग विभाग के जवानों ने हिस्सा लिया। वही RPF टीम के जवानों ने असा बैंड बजाय की सभी झूमने लगे। अमृत महोत्सव में पहुंचे लोगो को देश भक्ति गीतों की सुमधुर धुन सुनाई। बैंड के साथ अलग अलग धुनों और गीतों के साथ बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति प्रदर्शित की गई। बैंड पर ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी ,संगीत पर लोगो की आंखे नम हो गई। इस कार्यक्रम के दौरान अलग अलग विभाग से ऑफिसर आये हुए थे। जिसमे रेलवे मंडल के DRM आलोक सहाय और RPF के IG एएन सिन्हा, के साथ ही सीनियर DSC ऋषि शुक्ला, महोत्सव में पहुंचे हुए थे।
अरपा नदी के किनारे बने रिवर व्यूू रोड चौपाटी के पास 60 फीट ऊंचा तिरंगा लगाया हुआ है। जिसको शहर के नगर निगम विभाग ने लगया था। आसमान में तिरंगे को देखने पर बढ़ा ही सकूं मिलता है। कल रात जब महोत्सव शुरू किया गया तो देश भक्ति के संगीत में झंडा और भी सुन्दर दिखाई दे रहा था। कार्यक्रम शुरू होते ही तिरंगा भी rpf के बैंड की धुन पर हवा में नाचने लगा।
जानकारी के अनुसार, इस आयोजन में बहुत से सीनियर ऑफिसर पहुंचे हुए थे। इस महोत्सव के संबंध में रेलवे के सीनियर DSC ऋषि शुक्ला ने बताया कि अमृत महोत्सव को भारत के सभी राज्य में अलग अलग तरीको से आयोजित किया जा रहा है। इसी के साथ रेल मंडल के सुरक्षा बलों ने तिरंगा यात्रा और देश भगती के नाटक दिखा कर। जागरूकता फैलाने का काम किया है। RPF के जवानों ने बैंड शो का आयोजन से लोगो को नाचने के लिए मजबूर कर दिया। इसके माध्यम से लोगों में राष्ट्र भक्ति के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास किया गया।
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