India News(इंडिया न्यूज़), Ganesh Ji: भगवान गणेश की पूजा हो और प्रसाद में मोदक शामिल न हो, ऐसा कम ही देखने को मिलता है। दरअसल, भगवान गणेश को मोदक बहुत पसंद है। यही कारण है कि भगवान गणेश की पूजा में मोदक का भोग लगाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान गणेश को मोदक इतना प्रिय क्यों है? गणपति उत्सव या गणेश पूजा के दौरान मोदक क्यों चढ़ाया जाता है? इसके पीछे एक खास वजह है तो आइए जानते हैं भगवान गणेश को मोदक इतना प्रिय क्यों है।
जब परशुराम के प्रहार से गणपति का दांत टूट गया तो उन्हें भोजन करने में बहुत कठिनाई होने लगी। तब माता पार्वती ने उनकी समस्या का समाधान करने के लिए नरम मोदक बनाए। मोदक खाकर गणपति बहुत प्रसन्न हुए, तभी से यह उनका पसंदीदा व्यंजन बन गया।
एक बार गणपति अपने परिवार सहित अत्रि ऋषि की पत्नी माता अनुसूया के घर गये। गणेश जी ने अपना सारा भोजन समाप्त कर लिया, भंडार भी खाली हो गये लेकिन फिर भी उनका पेट नहीं भरा तो माता अनुसुइया ने उन्हें मीठे मोदक परोसे। इसे खाकर गणपति बहुत खुश हुए और उनका पेट भी भर गया। इसी वजह से गणपति को मोदक पसंद है।
मोद का अर्थ है ख़ुशी। गणपति जी सदैव प्रसन्न रहने वाले देवता माने जाते हैं। यही वजह है कि बप्पा की पूजा में मोदक जरूर चढ़ाया जाता है।
मान्यता है कि गणेश जी को मोदक का भोग लगाने से रोग, शोक, दुख दूर हो जाती है।