इंडिया न्यूज, We Women Want : अमृतसर में जन्मी दीप्ति नवल, सादगी से भरा जीवन जीने वाली ऐसी प्रेरणात्मक स्रोत है जो गर्ल नेक्सट डोर की छवि के साथ फिल्मों में आई। हाल ही में उनकी नई किताब ‘ए कंट्री कॉल्ड चाइल्डहुड’ लॉन्च हुई है। इस किताब में उन्होंने बचपन के दिनों को याद किया है। ‘वी वीमेन वांट’ शो के दौरान दीप्ति ने अपने जीवन के संघर्ष की ऐसी दास्तानं बयां की, जिसे जानकार हर कोई हैरान हो जाएगा। ‘वी वीमेन वांट’ आईटीवी नेटवर्क का एक लोकप्रिय शो है।
वी वीमेन वांट के दूसरे एपिसोड का प्रसारण शनिवार 16 जुलाई को हुआ। इस शो में वरिष्ठ कार्यकारी संपादक प्रिया सहगल ने दीप्ति नवल से बातचीत की। दीप्ति नवल ने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि उनका बचपन कैसे बीता। किताब लिखने तक वे अमृतसर नहीं गई। इस पर उनका कहना है कि वो यादों को सहेज कर रखना चाहती थीं। आज के अमृतसर और पुराने वाले में बहुत अंतर है। तब छोटी छोटी गलियां थीं।
आज भी वहां के लोग मिलनसार हैं। बता दें कि दीप्ति ने फिल्म अंगूर, कथा, साथ-साथ, किसी से न कहना आदि में अभिनय किया है। दीप्ति नवल ने अपनी किताब में बताया कि इस किताब में लोगों को उनके परिवार के बारे में भी जानने को मिलेगा। बड़े होने की छोटी-छोटी परेशानियों और खुशियों के अलावा एक संघी दादा और एक कांग्रेसी दादी के साथ एक संयुक्त परिवार में उनका लालन पालन हुआ। दोनों एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते थे। फिर भी हर शाम को एक साथ बैठक कर भोजन करते थे।
दीप्ति यह भी बताती हैं कि एक स्कूली बच्चे के रूप में कैसे सार्वजनिक बसों में चलने के खतरों, पीछा किए जाने और स्कूली लड़कियों ने इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक योजना कैसे बनाई, जिसका सामना भारत में हर बड़ी हो रही लड़की करती हैं। शो का क्लाइमैक्स तब आता है जब दीप्ति ने अगले दरवाजे पर एक क्यूट गर्ल के रूप में लेबल किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। एक ऐसी छवि जो चश्मे बद्दूर में उनकी क्यूट डिटर्जेंट सेल्स गर्ल की भूमिका का अनुसरण करती हैं। यह इंगित करते हुए कि उन्होंने महिलाओं को सशक्त भूमिकाओं में दिखाते हुए अन्य भूमिकाएं की हैं।
जैसा कि आईटीवी नेटवर्क की वरिष्ठ कार्यकारी संपादक प्रिया सहगल ने कहा कि ‘वी वीमेन वांट’ की यही खूबसूरती है। यह सिर्फ एक सेलिब्रिटी का साक्षात्कार नहीं, बल्कि उनके माध्यम से हम रोजमर्रा की समस्याओं का पता लगाते हैं, जिनका सामना किसी भी औसत महिला को करना पड़ता है, चाहे वह सार्वजनिक बस में आसान सी मुश्किल हो। दीप्ती नवल की मां एक डांसर थीं। उनकी मां उनके लिए प्रेरणा का स्त्रोत थीं।
उनकी मां का उन पर बहुत प्रभाव रहा है। मां से वे किस तरह इंस्पायर हुईं, इस बारे में बात करते हुए एक्ट्रेस कहती हैं, “देखिए बचपन से देखा उनको मैंने। जो भी थोड़ा मेरी मेमोरी में रहा है मैंने उन्हें प्लेज और रिहर्सल करते देखा। घर के हॉल में वे दूसरी औरतों के साथ रिहर्सल करती थीं। मुझे एक रिहर्सल याद है जहां वे बार-बार दरवाजा खोल कर आती हैं जहां कुछ औरतें भी होती हैं। फिर वे उनसे हाथ में बटुआ पकड़, हील्स पहन कर बात करती हैं।
अपनी किताब में दीप्ति नवल ने गोल्डन टेंपल और जालियांवाला बाग का भी जिक्र किया है। हालांकि किताब लिखते समय वे इन दोनों ही जगहों पर नहीं गई क्योंकि वे बचपन की यादों के साथ ही उसे लिखना चाहती थीं। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे सच्चाई लिखना चाहती थी। मुझे जिस तरह से याद है। मैं उसे वैसे ही लिख पाऊं। कुछ नया देख कर मेरी मेमोरी कहीं धुंधली न हो जाए। जैसा मैंने बचपन में एक्सपीरियंस किया था वैसे ही लिखना चाहती थी। किताब जब खत्म हो गई फिर मैं गोल्डन टेम्पल देखने गई।
‘वी वीमेन वांट’ शो को आप हर शनिवार को शाम 7:30 बजे न्यूजएक्स पर और दोपहर 3:30 बजे इंडिया न्यूज पर देख सकते हैं । कार्यक्रम को प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म- डेलीहंट, जी5, एमएक्स प्लेयर, शेमारूमी, वाचो, मजालो, जियो टीवी, टाटा प्ले और पेटीएम लाइवस्ट्रीम पर भी लाइव स्ट्रीम किया जाता है।
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