India News (इंडिया न्यूज़) Nimisha Priya: यमनी नागरिक की हत्या के आरोप में यमन की सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय मूल की मलयाली नर्स निमिषा प्रिया की याचिका को खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें मौत की सजा सुनाया है। बता दें कि एक साल जेल में रहने के बाद निचली अदालत ने साल 2018 में निमिषा को फांसी की सजा सुनाई थी।
निमिषा प्रिया केरल के पलक्कड़ जिले की निवासी है। प्रिया वर्ष 2014 या शायद उससे भी पहले अपने पति के साथ यमन चली गई थीं। लेकिन आर्थिक परेशानी के कारण पति और बच्चे वापस लौट आए। लेकिन निमिषा नहीं आईं। यमन में इन्होंने अपना क्लीनिक खोला।
बता दें कि साल 2014 में निमिषा प्रिया ने यमन में क्लीनिक खोलने में मदद के लिए तलाल अब्दो महदी के संपर्क में आई। तलाल, निमिषा के पति टोनी थॉमस का दोस्त था। वर्ष 2015 में निमिषा ने अपने दोस्त अब्दुल हनान की मदद से क्लीनिक खोल भी लिया। लेकिन उसे तलाल से कोई मदद नहीं मिली। जब निमिषा क्लीनिक से कमाई करने लगी, फिर तलाल अपना हिस्सा मांगने लगा और उसको परेशान करने लगा।
2016 में निमिषा ने तलाल की शिकायत पुलिस में दर्ज कराती है। जिसके बाद तलाल को गिरफ्तार कर लिया जाता है। लेकिन जैसे ही वह जेल से बाहर आता है तो उसने निमिषा का पासपोर्ट अपने पास रख लेता है। 2017 में अपना पासपोर्ट वापस लेने के लिए निमिषा ने तलाल को नशीला इंजेक्शन लगा देती है। ताकि वह अपना पासपोर्ट वापस ले सके। लेकिन इंजेक्शन की ओवरडोज से तलाल की मौत जाती है।
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