India News (इंडिया न्यूज़), Golden milk: गोल्डन मिल्क जिसे कई जगहों पर हल्दी दूध के नाम से भी जाना जाता है। यह एक पौष्टिक पेय होता है। इसमें हल्दी के अलावा दूध, कोकोनट आयल, ब्लैक पेपर आदि चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी में कर्कुमिन नामक एक प्रमुख प्रशंसक्त पदार्थ होता है जिसमें आंशिक तौर पर एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और अन्य स्वास्थ्य लाभकारी गुण होते हैं। गोल्डन मिल्क को आमतौर पर सुपचाय (बेड़मी) रूप में पीया जाता है और इसका मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सुरक्षा और संजीवनीकरण है। यह एक पूरे स्वास्थ्य लाभकारी पेय माना जाता है, लेकिन जैसा कि हमें हमेशा किसी भी आहार या प्रयोग के मामले में सावधान रहना चाहिए, वैसे ही गोल्डन मिल्क के सेवन से पहले भी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
गोल्डन मिल्क के फायदे
गोल्डन मिल्क के कई स्वास्थ्य फायदे हो सकते हैं:
- एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: हल्दी में पाया जाने वाला कर्कुमिन एक शक्तिशाल एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट होता है जिससे शरीर की सूजन कम हो सकती है और आमतौर पर होने वाले कई रोगों से बचाव हो सकता है।
- आंतरिक स्वास्थ्य लाभ: गोल्डन मिल्क का सेवन पाचन क्रिया को सुधार सकता है, जिससे पेट की समस्याएँ और आंतरिक स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएँ कम हो सकती हैं।
- शांतिदायक और नींद में मदद: गोल्डन मिल्क में मौजूद हल्दी के गुण शांतिदायक हो सकते हैं, जिनसे अच्छी नींद आ सकती है और तनाव कम हो सकता है।
- हृदय स्वास्थ्य: गोल्डन मिल्क में प्रेसनेलिन नामक एक तत्व होता है जो हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है।
- आंखों के स्वास्थ्य का समर्थन: हल्दी में पाये जाने वाले अंटीऑक्सिडेंट्स आंखों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।
- हड्डियों की सेहत का समर्थन: गोल्डन मिल्क में मौजूद हल्दी के तत्व हड्डियों के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं।
गोल्डन मिल्क के नुकसान
गोल्डन मिल्क के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ होते हैं, लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से नुकसान भी देखा गया है। यहाँ कुछ मुख्य नुकसान दिए गए हैं:
- एलर्जी या प्रतिक्रिया: कुछ लोग गोल्डन मिल्क के मुख्य घटक हल्दी के प्रति एलर्जिक हो सकते हैं, जिससे त्वचा में खुजली, चिकनगुनिया, त्वचा के लाल दानों आदि की समस्याएं हो सकती हैं।
- स्टोमेक इरिटेशन: कुछ लोगों को गोल्डन मिल्क के सेवन से पेट में गैस, एसिडिटी या आंतों में इरितेशन हो सकता है।
- दवाओं के साथ संघटित अवयव: गोल्डन मिल्क में हल्दी शामिल होती है जिसका ब्लड थिनर एवं ब्लड प्रेशर नियंत्रक दवाओं के साथ संघटित अवयव हो सकता है। इससे दवाओं की कार्यक्षमता पर असर पड़ सकता है।
- गर्भावस्था और स्तनपान: गोल्डन मिल्क के सेवन का प्रयोग गर्भावस्था और स्तनपान के समय में सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए, क्योंकि हल्दी के तत्व गर्भावस्था के दौरान या स्तनपान के समय नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।