इंडिया न्यूज़, Durg News: प्रदेश में वैक्सीन लगाने के लिए अलग- अलग कर्मचारियों का चयन किया गया था। यह कर्मचारी घर -घर जाकर वैक्सीन लगते थे। ऐसे ही प्रदेश के जिले दुर्ग में भी कर्मचारियों को हायर किया गया था। जिन्हे काम के अनुसार वेतन दिया जाता था। लेकिन अब 4 माह निकल गए है उन्हें वेतन नहीं मिला है। उन्होंने त्योहारों के समय भी वेतन लेने के लिए गुहार लगाई थी, जिसके बावजूद भी उन्हें वेतन नहीं मिल पाया। अब उन्होंने कार्य करना ही बंद कर दिया है। जिसके चलते जिले में वैक्सीन नहीं लग पा रही।
राज्य शासन ने किया इन कर्मचारियों को हायर
(Vaccinator did not get honorarium) स्वस्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य शासन ने ही हर घर में वैक्सीन लगाने के लिए इन कर्मचारियों का चयन किया था। जिसके चलते इन्हे शासन हर माह मानदेय देता था। लेकिन अब इस बार करीब 4 महीने बीतने के उपरांत भी इन कर्मचरियों को मानदेय राशी नहीं मिली है।
जिसके चलते दुर्ग समेत भिलाई और चरोदा के कर्मचारियों ने वैक्सीन लगाना बंद कर दिया है। वैक्सीनेटर ने कहा कि त्योहारों के समय में उनको राशी न मिलने से त्यौहार मनाने भी मुश्किल हुई थी। जानकारी के मुताबिक ANM एवं वेरीफायर को वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने के लिए हायर किया गया था। लेकिन मई 2022 से लेकर अगस्त तक का मानदेय नहीं मिल पाया।
जल्द होगा भुगतान: CMHO
(Vaccinator did not get honorarium) जिले के CMHO डॉक्टर जेपी मेश्राम ने कहा कि जिले में ANM और वेरीफायर कार्य कर रहे है जिसके चलते वैक्सीन का कार्य पहले की तरह ही जारी है। हालांकि जिनका भुगतान रुका हुआ है उनका जल्द ही भुगतान किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक एक कर्मचारी को करीब 50 लोगों को टिका लगाना पड़ता है जिसके चलते उन्हें 500 रूपया मिलता है ।
हालांकि कम लोगों को वैक्सीन लगने पर पैसे घटा दिए जाते है। दुर्ग की बात करें तो यहां 15 कर्मचारियों का चयन किया है जिसमे से सिर्फ 7 लोग ही कार्य कर रहे है। भिलाई और रिसाली के कर्मचारियों को भी आश्वासन दिया गया है की जल्द ही राशी का भुगतान होगा जिसके चलते वह फिर से काम पर लोट आए है।
यह भी पढ़ें : गणेश विसर्जन के कारण कलेक्टर और एसएसपी में बैठक, जानें रायपुर में किन चीजों पर बैन
यह भी पढ़ें : रायपुर और रायगढ़ में स्टील एवं शराब कारोबारियों पर रेड, 50 अधिकारी शामिल