India News CG (इंडिया न्यूज़), Suneeta Pottam: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सोमवार को आदिवासी कार्यकर्ता सुनीता पोट्टम को गिरफ्तार कर लिया। पोट्टम पर हत्या, हत्या के प्रयास, आईईडी लगाने, आगजनी और नफरत फैलाने जैसे 12 गंभीर मामलों में शामिल होने का आरोप है।
नाम बदलकर रायपुर में छिपी
बीजापुर पुलिस के अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने कहा कि पोट्टम प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का अंग है और उसने अपराधों की साजिश रची तथा योजना बनाई। उन्होंने कहा कि पोट्टम अपना नाम बदलकर रायपुर में छिपी हुई थी। पुलिस के पास उसके खिलाफ 12 वारंट थे।
इन संगठनों की सदस्य (Suneeta Pottam)
पुलिस का कहना है कि पोट्टम माओवादी संगठन के शहरी नेटवर्क और फ्रंटल संगठन क्रांतिकारी आदिवासी महिला संघ की महत्वपूर्ण सदस्य है। हालांकि, पोट्टम का दावा है कि वह आदिवासी अधिकार समूह मूलवासी बचाओ मंच से जुड़ी हैं।
पोट्टम की गिरफ्तारी को अवैध बताया
वहीं, नागरिक अधिकार समूह पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने पोट्टम की गिरफ्तारी को अवैध बताया है। पीयूसीएल के मुताबिक, पोट्टम उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने वाली 25 वर्षीय आदिवासी कार्यकर्ता हैं। उन्होंने पुलिस उत्पीड़न के विरोध में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की थी।
पीयूसीएल ने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी के समय पुलिस ने अन्य दो साथियों को कमरे में बंद कर दिया और पोट्टम को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार किया। समूह का कहना है कि पोट्टम ने कई प्रदर्शनों में भी हिस्सा लिया था, जिनमें पंचायतों के प्रावधान अधिनियम के उल्लंघन का मुद्दा भी शामिल था।
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