India News (इंडिया न्यूज), Press Conference about ED Raid: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी हलचल बढ़ती जा रही है। बीते दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के दिन ही ईडी ने उनके सलाहकार विनोद वर्मा के आवास पर छापेमारी की थी। साथी ही उनके OSD आशीष वर्मा और मनीष बंछोर के घर पर भी छापेमारी की गई। जिसे लेकर खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जानकारी दिया था।
उन्होंने इस बात की जानकरी देते हुए कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं श्री अमित शाह जी! मेरे जन्मदिन के दिन आज आपने मेरे राजनीतिक सलाहकार एवं मेरे OSD सहित करीबियों के यहाँ ED भेजकर जो अमूल्य तोहफा दिया है, इसके लिए बहुत आभार।
आज इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस वार्ता आयोजित कर पत्रकारों से बातचीत की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार के कार्यक्रता, अधिकारी और कर्मचारी को दबाने और बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला जुलाई 2020 में झारखंड चुनाव हारने के साथ शुरु हुआ था।
सबसे पहले आईटी ने छापा मारा जिसे शराब घोटाला का नाम दिया गया और इस शराब घोटीले को लेकर 2019 और 2020 में एक रिपोर्ट भी तैयारी किया गया। जिसके बाद वो ढ़ाई साल तक चुप रहे। वहीं छत्तीसगढ़ नजदीक आते हीं इन्होंने फिर से ये सब शुरु कर दिया। हालांकि इसका सारा रिपोर्ट ईडी को पहले ही सौंप दिया गया था।
वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि अगर नकली होलोग्राम का इस्तेमाल हुआ तो यह तो डिज्टलर ही करेगा। उसी की फैक्ट्री में होगा, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। 2018 से पहले आबकारी विभाग का रेवेन्यू 3900 करोड़ था और हमारी सरकार आने के बाद रेवेन्यू 6500 करोड़ रुपये हो गया है।
ईडी ने कहा कि राज्य के खजाने को नुकसान पहुंचाया गया। जबकि रेवेन्यू 3900 करोड़ से बढ़कर 6500 करोड़ हो गया। साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार कोशिश की तो 15 सीटों पर सिमटे थे। अबकी बार ये 15 सीटें भी नहीं ला पाएंगे।
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