India News (इंडिया न्यूज),Manifesto/Anant Sharma: प्रदेश में जल्द ही चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी तैयारियों में जुटी हुई है। वहीं भाजपा अपने घोषणा पत्र के लिए प्रदेशभर के नागरिकों से सुझाव संग्रहित करने के अभियान का आज शुभारंभ किया है। सुझाव संग्रह के लिए भाजपा का अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य है। प्रदेश इसपर सियासत शुरू हो गई है।
आज कार्यक्रम के लिए बीजेपी के सभी जिलों के अध्यक्ष और प्रमुख पदाधिकारी एकात्म परिसर पहुंचे थे। पूजा-पाठ के बाद सुझाव पेटियों का वितरण किया गया। घोषणा पत्र समिति के संयोजक और दुर्ग सांसद विजय बघेल ने बताया कि अभियान के तहत लोगों के बीच पहुंचकर उनके मन की बात जानेंगे। लोगों से मिले सुझाव को पार्टी अपने घोषणा पत्र (Manifesto) में शामिल करेगी। पौने 5 साल तक लोगों ने हड़ताल के मंच में समय बिताया हैं। न्यायालय से मंत्रालय तक कर्मचारी-मितानिन हड़ताल में रहे। उन्हें भाजपा मुक्ति दिलवाएगी।
वहीं भाजपा घोषणा पत्र समिति अभियान को लेकर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि घोषणापत्र समिति के 32 लोगों की टीम विभिन्न जिलों व गांवों में जाकर आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के लिए क्या अलग करना है, इन विषयों पर लोगों से चर्चा करेगी। इसके उपरांत इन विषयों को, मुद्दों को अपने घोषणा पत्र (Manifesto) में शामिल करेंगे।
वहीं बीजेपी के घोषणापत्र बनाने के लिए अभियान की शुरुआत किए जाने पर कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा बीजेपी घोषणा पत्र (Manifesto) बनाने के बजाय जनता के बीच जाकर माफीनामा पत्र बनाए तो उनके लिए ज्यादा ठीक रहेगा। तीन बार उन्होंने घोषणा पत्र बनाया। तीनों बार छत्तीसगढ़ की जनता ने उनके घोषणा पत्र पर भरोसा किया। दुर्भाग्य है कि तीनों बार उन्होंने जनता को धोखा दिया। अब ये घोषणा पत्र बनाएंगे तो जनता कैसे भरोसा करेगी।
प्रदेश में घोषणा पत्र को लेकर सियासत देखी जा रही है। और ऐसा हो भी क्यों नहीं 2018 में कांग्रेस ने जनता को 36 वादे किए थे और इसी 36 वादों की बदौलत कांग्रेस ने प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी तो ऐसे में 2023 को लेकर भाजपा कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है। आने वाले दिनों में चुनाव है चुनाव को लेकर दोनों ही राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट चुकी है।
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