India News (इंडिया न्यूज़), CNG: अधिकतर लोग कीमत में ज्यादा होने की वजह से सीएनजी वाली कार खरीदने की बजाय बेसिक मॉडल खरीद लेते हैं। फिर बाद में बाजार में जाकर कार में अलग से सीएनजी खरीदते है। लेकिन कुछ जरुरी बातों का ख्याल रखना भूल जाते हैं, जिसके चलते उन्हें कई तरह की परेशानिया का सामना करना पड़ सकता है। आपको बताते है उनसे कैसे बचा जा सके….
बता दें कि अगर आप बाहर से कार में CNG लगवा रहे हैं। तो इस बात का ध्यान जरूर रखें, कि सीएनजी लगवाने के बाद गाड़ी की RC और बीमा पर फ्यूल टाइप में बदलाव करवाना जरुरी है। अगर ऐसा नही करवाया तो आपकी कार किसी दुर्घटना का शिकार हो जाती है, तो बीमा कंपनी क्लेम देने से मना कर सकती है। इस वजह से आपको RTO ऑफिस में जाना पड़ सकता है।
अधिकतर लोग आरसी पर तो CNG की एंट्री दर्ज करवा लेते हैं, लेकिन बीमा पर करवाते है। ऐसे में आपको भारी नुकसान होना तय है। क्योंकि ऐसी स्थिति में अगर कार किसी दुर्घटना का शिकार होती है, तो बीमा कंपनी पूरा क्लेम नहीं देकर इसमें कटौती कर सकती है। इस वजह से गलती करने से बचना चाहिए। और अगर बाजार से सीएनजी लगवा रहे है। तो उसे आरसी और बीमा दोनों पर उसकी एंट्री करवाएं।
अगर आपने अपनी कार में बाहर से सीएनजी लगवाई है और इसकी जानकारी न आपने आरसी में दर्ज करवाई, न बीमा में करवाई है तो ऐसी स्थिति में अगर कार दुर्घटना का शिकार होती है तो बीमा कंपनी कुछ भी क्लेम देने से साफ़ मना कर सकती है। ऐसा करना गैर क़ानूनी भी होगा। जिस वजह से आपको चालान भी भरना पड़ सकता है।
Read More: