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Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: “छोटे मन से बड़ा राज्य नहीं बनता”, अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसे रचा छत्तीसगढ़ का इतिहास

• LAST UPDATED : August 16, 2024

India News CG (इंडिया न्यूज़), Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज पुण्यतिथि के अवसर पर देशभर में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। वाजपेयी जी का नाम भारत के उन नेताओं में शामिल है, जिन्होंने देश को एक नई दिशा दी। उनका योगदान केवल राजनीतिक सुधारों तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने नए राज्यों के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में उनकी प्रमुख भूमिका को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार

अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ को एक स्वतंत्र राज्य बना दिया, जिसे मध्य प्रदेश से अलग किया गया। यह निर्णय लंबे समय से छत्तीसगढ़ राज्य की मांग के मद्देनजर लिया गया था। वाजपेयी जी के नेतृत्व में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार ने इस महत्वपूर्ण कदम को उठाया, जिससे क्षेत्रीय विकास और सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा मिला।

शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक ढंग से राज्य का गठन

वाजपेयी जी की सरकार ने छत्तीसगढ़ के गठन को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से सुनिश्चित किया। उनके नेतृत्व में, 25 अगस्त 2000 को संसद में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण विधेयक पारित हुआ, और इसके बाद छत्तीसगढ़ एक स्वतंत्र राज्य बना। यह प्रक्रिया बिना किसी विवाद या अशांति के संपन्न हुई।

विकास और सांस्कृतिक पहचान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

राज्य के गठन के बाद, वाजपेयी जी ने छत्तीसगढ़ के विकास के लिए नई नीतियों और योजनाओं की नींव रखी। उन्होंने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को उभारने और इसे राष्ट्रीय पहचान देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से क्षेत्रीय विकास में तेजी आई और छत्तीसगढ़ को अपनी पहचान बनाने का मौका मिला।

अटल बिहारी वाजपेयी के प्रेरक उद्धरण

अटल बिहारी वाजपेयी का योगदान केवल उनके राजनीतिक निर्णयों तक ही सीमित नहीं था। उनकी कही गई बातें आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। कुछ प्रमुख उद्धरण है-

“छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे हुए मन से कोई खड़ा नहीं होता।” – आत्मविश्वास और ऊँचे विचारों की महत्ता को दर्शाता है।
“मौत की उम्र क्या है? दो पल भी नहीं, ज़िंदगी सिलसिला, आज कल की नहीं।” – जीवन और मृत्यु के दर्शन को सरल और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करता है।
“बंदूक से बारूद से न गोलियों से, बात बनेगी बातों से।” – संवाद और शांति की महत्ता को उजागर करता है।

अटल बिहारी वाजपेयी का छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में योगदान और उनके प्रेरक उद्धरण आज भी लोगों को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

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