India News CG ( इंडिया न्यूज ), Teen Pregnancy: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक सरकारी आवासीय छात्रावास में रहने वाली नाबालिग आदिवासी छात्रा के गर्भवती होने की खबर ने हड़कंप मचा दिया है। मामले में छात्रावास अधीक्षक विनीता कुजूर को निलंबित कर दिया गया है।
स्थानीय विधायक विक्रम उसेंडी के हस्तक्षेप के बाद यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि बांदे क्षेत्र के दौरे के दौरान ग्रामीणों ने उन्हें इस मामले की जानकारी दी। आरोप है कि कुजूर ने न केवल मामले को दबाने की कोशिश की, बल्कि पीड़िता को परीक्षा में भी नहीं बैठने दिया और गर्भपात के लिए घर भेज दिया।
ग्रामीणों की शिकायत में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इनमें छात्रावास में लापरवाही, छात्राओं से जबरन काम करवाना और उन्हें चर्च ले जाकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रभावित करना शामिल है। इसके अलावा, पोक्सो अधिनियम के उल्लंघन का भी आरोप है।
कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने कुजूर को निलंबित करने के साथ-साथ जांच के आदेश दिए हैं। 200 सीटों वाले इस छात्रावास के लिए एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है और नए अधीक्षक की नियुक्ति की गई है।
यह घटना 2011 में कांकेर जिले के झलियामारी क्षेत्र में हुई एक समान घटना की याद दिलाती है, जहां कई नाबालिग आदिवासी लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न हुआ था। उस घटना के बाद, सरकार ने लड़कियों के आवासीय विद्यालयों में केवल महिला कर्मचारियों की तैनाती अनिवार्य कर दी थी।
अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है और न ही आरोपी की पहचान हुई है। जांच जारी है और अधिकारी मामले की गहराई से छानबीन कर रहे हैं।
Also Read: