India News CG ( इंडिया न्यूज), New Education Rule: छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप, राज्य के आदिवासी अंचलों के बच्चे जल्द ही अपनी स्थानीय भाषा में पढ़ाई कर सकेंगे। इस पहल का उद्देश्य आदिवासी समुदायों में शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता बढ़ाना है।
स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने बताया कि राज्य में 18 स्थानीय भाषाओं में पाठ्यपुस्तकें तैयार की जा रही हैं। पहले चरण में छत्तीसगढ़ी, सरगुजिहा, हल्बी, सादरी, गोंडी और कुडुख में पाठ्यक्रम विकसित किए जाएंगे। इस कार्य में स्थानीय साहित्यकारों, कलाकारों, शिक्षकों और वरिष्ठ नागरिकों का सहयोग लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले के बगिया गांव में आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में इस पहल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि स्थानीय भाषाओं में शिक्षा से बच्चों की समझ और सीखने की प्रक्रिया में सुधार होगा, साथ ही स्थानीय संस्कृति का संरक्षण भी होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कई अन्य शैक्षिक पहलों की भी घोषणा की। इनमें सरकारी स्कूलों में वार्षिक ग्रीष्मकालीन शिविर, 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए दो बोर्ड परीक्षाएं, और पीएमश्री योजना के तहत 211 मॉडल स्कूलों का विकास शामिल है।
यह पहल छत्तीसगढ़ के शिक्षा क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू करेगी, जिससे आदिवासी बच्चों को अपनी भाषा और संस्कृति के साथ आधुनिक शिक्षा का लाभ मिलेगा।
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