India News CG ( इंडिया न्यूज ), CG News: अबूझमाड़ के जंगलों में मुठभेड़ में मारे गए पांच नक्सलियों पर 40 लाख रुपये का इनाम था। मारे गए प्रत्येक नक्सलियों के सिर पर आठ लाख रुपये का इनाम था और उनकी पहचान केंद्रीय समिति सुरक्षा दल के सदस्यों के रूप में की गई थी। बस्तर पुलिस ने गुरुवार को बताया कि मुठभेड़ स्थल से तीन और नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है।
हालांकि, स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गिरफ्तार किए गए तीन लोग निर्दोष आदिवासी थे, जो जंगल में फल तोड़ने गए थे, तभी वे क्रॉस फायरिंग की चपेट में आ गए और गोलियों से घायल हो गए। ग्रामीणों ने कहा कि वे आने वाले दिनों में विरोध तेज करेंगे। पुलिस की ओर से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया है कि मंगलवार को मुठभेड़ में मारे गये पांचों हथियारबंद नक्सली पीएलजीए कंपनी नंबर 1, सीसी प्रोटेक्शन टीम के सदस्य हैं।
यह मुठभेड़ पिछले चार महीने से चल रहे ‘मानसून ऑपरेशन प्रहार’ और ‘मढ़ बचाओ अभियान’ के तहत बस्तर संभाग के चार जिलों के सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम द्वारा नारायणपुर जिले के घमंडी जंगल में हुई।
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बरामद किए गए नक्सली शवों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था और उनकी पहचान राकेश, कोंडा तोगड़ा, एडमा वड्डे, कमलू वड्डे, फरसा तुमड़ा के रूप में की गई। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान, माओवादियों ने दो आईईडी विस्फोटों और घात लगाकर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन उनके तीन कैडर पकड़े गए।
कांकेर के पुलिस उपमहानिरीक्षक केएल ध्रुव और नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि इस ऑपरेशन के बाद माओवादी मढ़ डिवीजन में बैकफुट पर होंगे, जिसे वे सुरक्षित ठिकाना मानते हैं। इस ऑपरेशन के बाद माओवादी नेतृत्व ग्रामीणों और अपने निचले कैडर पर इनपुट लीक करने का आरोप लगा रहा है। पिछले दो महीनों में माढ़ डिवीजन में माओवादियों की हमलावर सेना के खिलाफ यह तीसरा बड़ा हमला है।
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