India News Chhattisgarh (इंडिया न्यूज), Dhamtari Mini Stadium: धमतरी जिले के बेलरगांव में बने मिनी स्टेडियम की स्थिति दयनीय है, जहां खेलप्रेमियों के लिए बनाए गए इस स्टेडियम तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है। प्रशासन ने स्टेडियम के निर्माण पर 51 लाख रुपए खर्च किए, लेकिन महत्वपूर्ण रास्ते का निर्माण करना भूल गए। नतीजतन, यह मिनी स्टेडियम अब खंडहर में तब्दील हो चुका है और नशेड़ियों और शराबियों का अड्डा बन गया है।
यह स्टेडियम 2015-2016 में खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स में प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बनाया गया था। खेतों के बीचो-बीच स्थित इस स्टेडियम तक पहुंचने के लिए कोई उचित मार्ग नहीं है, जिससे खिलाड़ियों और खेलप्रेमियों को काफी परेशानी हो रही है। निर्माण के लगभग एक दशक बाद भी प्रशासन की उदासीनता के कारण यह स्थिति बनी हुई है।
स्थानीय ग्रामीणों और खेल प्रेमियों ने कई बार प्रशासन से स्टेडियम तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाने की मांग की, लेकिन उनकी गुहार अनसुनी ही रह गई। इस दौरान गांव के सरपंच और जिले के कलेक्टर बदलते रहे, लेकिन किसी ने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया।
धमतरी जिले की कलेक्टर नम्रता गांधी ने हाल ही में इस मुद्दे पर गांव के सरपंच से बातचीत की है और स्टेडियम तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाने का आश्वासन दिया है। हालांकि, यह आश्वासन भी तब आया जब ग्रामीणों ने बार-बार अपनी समस्याओं को उठाया।
इस स्थिति ने एक महत्वपूर्ण प्रश्न खड़ा कर दिया है कि सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों का क्या मतलब है जब खिलाड़ियों को स्टेडियम तक पहुंचने का रास्ता ही नहीं मिलता? प्रशासन को इस दिशा में जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए ताकि स्टेडियम का सही उपयोग हो सके और खेलप्रेमियों को प्रोत्साहन मिल सके।