India News CG (इंडिया न्यूज़), CG News: छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान में सरकार को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। सुकमा में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान एक महिला समेत दो नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाली 22 वर्षीय महिला और हार्डकोर नक्सली पिछले 15 सालों से सक्रिय थे।
छत्तीसगढ़ शासन की “छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति” तथा सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “नीयद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित किए जाने के कारण,
पुलिस के बढ़ते प्रभाव तथा नक्सलियों की अमानवीय, निराधार विचारधारा तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा उनके शोषण, उत्पीड़न व भेदभाव तथा स्थानीय आदिवासियों के विरुद्ध हिंसा से तंग आकर नक्सलियों के कोंटा एरिया कमेटी के सक्रिय सदस्य 1 महिला सहित 2 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
दोनों नक्सलियों ने सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण और सीआरपीएफ के डीआईजी सूरजपाल वर्मा के समक्ष आत्मसमर्पण किया।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले दोनों नक्सलियों को पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।
5 लाख का था इनाम सोड़ी हुंगा ईनामी 5 लाख रूपये ने उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज कोंटा एवं किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में सूरजपाल वर्मा, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।