India News CG (इंडिया न्यूज़), Chhattisgarh News: इसमें स्वास्थ्य इकाइयों के साथ-साथ पहली बार आंगनबाड़ियों में भी ओआरएस केंद्र बनाए जाएंगे। यहां आने वाले बच्चों को दस्त और उल्टी के समय दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार के बारे में बताया जाएगा। एएनएम की ओर से पांच वर्ष तक के बच्चों के अभिभावकों को डायरिया के प्रति जागरूक किया जाएगा।
इसके साथ ही अस्पताल में ओआरएस केंद्र बनेंगे, जहां पर जिंक की गोलियां भी वितरित की जाएंगी। गौरतलब है कि बारिश का मौसम शुरू हो गया है। इधर, सिटी नागरिक अस्पताल में रोजाना 10 से 15 मामले उल्टी और दस्त के ही देखने को मिल रहे हैं। यही हाल ट्रामा सेंटर का है। ट्रामा में भी आए दिन 10 मामले उल्टी और दस्त के मरीज देखने को मिल रहे हैं।
पांच वर्ष तक के बच्चों को ज्यादा खतरा
जागरुकता अभियान के दौरान डॉ नीलम कुशवाहा ने बताया कि पांच साल के बच्चों को अधिक उल्टी और दस्त जैसी समस्या ज्यादा होती है। अगर इस बीमारी का समय पर इलाज नहीं किया गया तो परिणाम खराब हो सकते हैं। इसलिए विभाग द्वारा यह अभियान शुरू किया गया है। अभियान के तहत विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में ओआरएस और जिंक उपलब्ध है।
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