India News (इंडिया न्यूज़), Mumbai: महाराष्ट्र की पहली महिला DGP IPS रश्मि शुक्ला को बनाया गया है। IPS रजनीश सेठ के रिटायर्ड होने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने रश्मि शुक्ला को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया।
1988 बैच की IPS ऑफिसर रश्मि शुक्ला को मार्च 2023 में सशस्त्र सीमा बल SSB की DG बनाया गया था। रश्मि इससे पहले पुणे पुलिस कमिश्नर, महाराष्ट्र में खुफिया विभाग की चीफ भी रह चुकी है। IPS रश्मि शुक्ला को बीजेपी सरकार के करीबी माना जाता है। जिसके चलते IPS रश्मि शुक्ला को साल 2019 में महाविकास अघाड़ी की सरकार आने के बाद इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।
रश्मि शुक्ला का नाम फोन टैपिंग कैस में भी आ चुका है। रश्मि शुक्ला पर आरोप लगे थे कि उन्होंने 2015 से 2019 के बीच शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के फोन टैप करवाने के आदेश दिए थे। जिसके चलते
रश्मि शुक्ला के खिलाफ 2021 और 2022 में में दो FIR दर्ज हुई थी। बॉम्बे हाईकोर्ट ने दोनों FIR को सितंबर 2023 में खारिज कर दिया था।
रश्मि शुक्ला 2014 से लेकर 2019 तक राज्य की प्रमुख IPS अधिकारी रही थी। उस वक्त राज्य में बीजेपी की सरकार थी। रश्मि शुक्ला को उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस का खास माना जाता है। 2 मार्च, 2021 को रश्मि शुक्ला ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत और NCP नेता एकनाथ खडसे के फोन टैप करने के आरोप लगाए थे। आरोप में मुंबई में पहली FIR दर्ज की थी।
रश्मि शुक्ला पर दूसरी FIR फरवरी 2022 में कांग्रेस नेता नाना पटोले का फोन टैप करने के आरोप में हुई थी। जिसके चलते 2020 में महाराष्ट्र खुफिया विभाग चीफ से हटाकर रश्मि शुक्ला को सिविल डिफेंस में नॉन एग्जीक्यूटिव पद की जिम्मेदारी सौपी गई थी। इसके बाद रश्मि शुक्ला केंद्र से डेपुटेशन पर ADG केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के लिए हैदराबाद चली गई थी। और बॉम्बे हाईकोर्ट ने 8 सितंबर 2023 को उन पर दर्ज दोनों FIR को रद्द कर दिया था।
IPS रश्मि शुक्ला पर एक गोपनीय रिपोर्ट लीक करने का आरोप भी लगा था। जब महाराष्ट्र में 2022 में एकनाथ शिंदे की सरकार आई तब तीसरा मामला सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था। कोर्ट ने फिर उन्हें क्लोजर रिपोर्ट की अनुमति देने के बाद यह मामला भी पूरी तरह बंद कर दिया । जिससे IPS रश्मि शुक्ला के राज्य में लौटने का रास्ता साफ हो गया था।