India News(इंडिया न्यूज़), Chhattisgarh Assembly: मंगलवार 19 दिसंबर को नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र रायपुर में शुरू हुआ। जिस दौरान कई विधायकों ने संस्कृत में एमएलए पद के लिए शपथ ग्रहण की। जिस वजह से पूरी असेंबली संस्कृत की शपथ में गूंज उठी।
4 आदिवासी समाज से आए नेता संस्कृत में शपथ लेने वाले विधायकों में से थे। जिनमें से 3 बस्तर के आदिवासी इलाकों से आते हैं। 5 बीजेपी के और 1 कांग्रेस के विधायक ने भी संस्कृत में शपथ ग्रहण की।
बस्तर के आदिवासी इलाकों नारयणपुर और कोंड़ागांव से चुनाव जीतने वाले पूर्व नेता केदार कश्यप और लता उसेंदी ने भी संस्कृत में अपनी शपथ ली।
बीजेपी के प्रेम चंद पटेल जो कटघोरा से विधानसभा का प्रतिनिधितव करते हैं और आरंग गुरु कुशवंत सिंह ने भी अपनी शपथ संस्कृत में ग्रहण करी। इसके अलावा भूपेश बघेल, पूर्व स्पीकर धर्मलाल कौशिक, चतुरी नंद और आश्रम नेतम ने भी शपथ ग्रहण की। कांग्रेस के विद्यावती सिदार ने भी अपनी शपथ संस्कृत में ही पढ़ी।
वरिष्ठ भाजपा विधायक और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को मंगलवार 19 दिसंबर को सर्वसम्मति से राज्य विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है। नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र 19 दिसंबर को रायपुर में शुरू हुआ।
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