India News (इंडिया न्यूज़), Nand Kumar Sai: नंदकुमार साय आज अपने एक दिवसीय दौरे पर जीपीएम जिले में पहुचे। जहां उन्होंने पंडित माधव राव सप्रे प्रेसक्लब पहुचकर सब पंडित माधव राव सप्रे की प्रतिमा पर माल्यर्पण किया और उसके बाद प्रेस क्लब भवन में पत्रकारों से बात चीत की है। इस दौरान उन्होंने मिजोरम की घटना को लेकर बयान दिया है उन्होंने कहा कि – छत्तीसगढ़(सुकमा) हो या मिजोरम कहीं भी महिलाओं बच्चियों के साथ अनाचार बलात्कार हो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इसका विरोध होना चाहिए। इसे रोका जाना चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि मिजोरम की घटना को छत्तीसगढ़ से जोड़ना ठीक नहीं है। वहां जनजाति वर्ग कूकी और मैकेई के मध्य हिंसा हो रही है। उन्होंने (Nand Kumar Sai) कहा कि मैंने प्रधानमंत्री को अपना अभिमत भेजा है कि सबसे पहले वहां फोर्स लगा कर हिंसा रोकी जानी चाहिए और उनकी मांगों पर बैठकर विचार किया जाना चाहिए। रणभूमि पर इसका इलाज नहीं हो सकता। इसके बाद वहां बैठकर चर्चा करके उनकी मांगों पर विचार किया जाए और संविधान के अनुसार निर्णय लिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से विलंब हुआ जिसकी वजह से स्थिति बेकाबू हो गई है। सरकार की जिम्मेदारी है कि पहले वहां शांति बहाली करें।
वहीं उन्होंने प्रदेश प्रधानमंत्री के लगातार दौरे पर कहां मुझे लगता है प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ से बहुत प्रेम हो गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि बीजेपी की स्थिति प्रदेश में बहुत अच्छी नहीं, लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों का मजबूत होना आवश्यक है। मैंने बीजेपी में रहते हुए प्रदेश की लीडरशिप पर सवाल उठाए थे। उन्होंने (Nand Kumar Sai) गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के जिला मुख्यालय और गुरुकुल के मामले में सर्व आदिवासी समाज और पूर्व विधायकों के लगातार विरोध के साथ-साथ आदिवासी छात्रों के विरोध पर कहा कि सरकार की नोटिस में सब बातें जानी चाहिए, अन्यत्र कहीं कार्यालय बनाने के संबंध में विचार होना चाहिए।
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