आज जनजाति सुरक्षा मंच के बैनर तले डीलिस्टिंग महारैली का आयोजन किया गया। इस महारैली में धर्मांतरित व्यक्तियों की अनुसूचित जनजाति की सूची बाहर करने की मांग की गयी है। आज के रैली में आरक्षण और धर्मांतरण से जुड़ा मुद्दा उठाया गया।
बता दें कि इस रैली में बड़ी संख्या में जनजाति समाज के लोग शामिल हुए। रैली से पहले सभा की गयी। जिसमें डीलिस्टिंग की मांग को उठाया गया। जनजाति सुरक्षा मंच ने अपने अपनी मांग रखी की जिन नागरिकों ने अपने मूल संस्कृति और अपने मूल धर्म को छोड़कर विदेशी धर्म अपनाया है, उन्हें अनुसूचित जनजाति के श्रेणी से तुरंत बाहर निकाला जाए। साथ ही साथ इससे जुड़े आवश्यक संवैधानिक संशोधन भी किया जाए।
इस मांग को रखते हुए मंच के लोगों का कहना था कि छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों के कारण मूल जनजातियों के हिस्से की सुविधाएं नहीं मिल पा रहा है। इसलिए धर्मांतरितों को डिलिस्टिंग करना जरुरी है।