बता दें छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर निगम को शहर के रहने वाले 56 से अधिक लोगों ने 50 लाख रुपए से अधिक का चूना लगाया है। इन लोगों ने निगम को फर्जी चेक देकर अपने आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठान का प्रापर्टी टैक्स भर दिया। जिसके बाद जब निगम ने चेक बैंक में लगाया तो खाते में पैसे न होने के कारण चेक बाउंस हो गया। हालांकि ये बात कोई नयी नही है। बल्कि ये गोरख धंधा पिछले ढाई वर्षों से चला आ रहा है। निगम ने अब ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने का फैसला लिया है।
निगम आयुक्त रोहित व्यास ने निगम के करदाताओं से अपील की है कि यदि कोई चेक के माध्यम से टैक्स अदा करता है तो वो अपने खातों में टैक्स की राशि का बैलेंस मेंटेन रखें। खाते में राशि कम होने से यदि चेक बाउंस होगा तो इस स्थिति में निगम ऐसे करदाता के खिलाफ एफआईआर कराएगी। भिलाई निगम इस तरह का फ्राड करने वालों का नाम उजागर नहीं कर रहा है। लेकिन जांच के मुताबिक उनके नॉलेज में ऐसे 56 मामले हैं। इसमें जोन क्रमांक 1 से 12 मामले वैशाली नगर, मदर टेरेसा नगर, खुर्सीपार और सेक्टर क्षेत्र जोन 5 से भी दर्जनों की संख्या में मामले हैं।
निगम ने इस बात की जानकारी दी है कि फ्राड करने वालों में अधिकतर लोग रसूखदार और राजनीतिक पार्टी से जुड़े हैं। बता दें कि अब भिलाई नगर निगम ने कहा है कि ऐसे लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।यदि इसमें निगम के अधिकारी कर्मचारी की संलिप्तता पाई गई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।