छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है। बताया जा रहा है कि एक महिला ने अपने 6 माहिने की बेटी को तालाब में फेक दिया। हालांकि इस घटना को लेकर तरह-तरह की बातें कही जा रही है। एक तरफ जहां लोगों का कहना है कि महिला मानसिक रुप से बिमार है। वहीं कुछ लोग यह भी बता रहे है कि ये महिला तंत्र-मंत्र में विश्वास रखती है। हालांकि महिला का कहना है कि वो पति दिलीप यादव से परेशान होकर इस घटना को अंजाम दी है।
महिला का कहना है कि उसका पति हर रोज शराब-गांजा पीता था। घर का सारा पैसा नशे में लगा देता था। इनके पास अब कुछ भी नहीं बचा था। वो पैसे ना होने के कारण अपनी बेटी को कुछ खिला तक नहीं पाती थी। महिला का यह भी कहना है कि उसका पति उसे मारता-पीटता था। साथ ही साथ उसका कीसी दूसरी महिला से संबंध भी था। दिलीप यादव कोई काम भी नहीं करता था।
जब एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने महिला से मनोवैज्ञानिक विधी से बात करना शुरु कीया तो महिला ने बताया कि चार साल पहले उसके ससुराल वालों ने भूत प्रेत के चक्कर को लेकर किसी बैगा से इलाज करवाया था। इसके बाद उसके घर वाले उसे टोहनी भी बुलाने लगे थें। उसने बताया कि डिलीवरी के बाद जब उसे आहार को लेकर सरकार द्वारा पैसे दिए जाते थें तो उसका पति उस पैसे का भी शराब पी जाता था। जिसके बाद से वो परेशान रहने लगी थी।
ये मामला 31 मार्च को लोगों की नजर में आता है जब महिला के पति ने थाने में अपने बच्चे के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। उसने पुलिस को बताया था कि अचानक उसके घर से किसी ने उसके बच्चे को गायब कर दिया। फिर जब पुलिस इस मामले की जांच में जुटी तो सीसीटीवी के माध्यम से पता चला कि बच्चे की मां बच्चे को गायब की थी। जिसके बाद महिला से पूछताछ शुरु किया गया। पूछताछ में पता चला कि महिला ने अपने ही बच्चे को तालाब में फेक दिया है। जिसके शव को 1 अप्रैल को तालाब से निकाला गया।
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