रायपुर: बता दें कि 15 मार्च को भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा का घेराव किया गया था। इस घेराव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का पुलिस अधिकारियों के साथ झड़प भी हुई थी। पुलिस का कहना है कि इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा ना केवल तोड़फोड़ की गयी है बल्कि सरकारी काम में बाधा भी पहुंचाया गया है। इसी मामले के लेकर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज करवाया है।
बता दें कि भाजपा और कांग्रेस के बीच प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर प्रदेश में पहले से ही विवाद चल रहा है। दरअसल दोनो पार्टीयां एक दूसरे पर आरोप लगाने में लगी है। एक ओर कांग्रेस पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार ने इरादतन इस योजना को वापस ले लिया है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा का कहना है कि
राज्य सरकार ने इस योजना में अपने हिस्से का पैसा नहीं दिया है। जिसके कारण ये योजना बंद कर दी गयी है।
पुलिस का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और प्रदेश पदाधिकारी रैली में शामिल हुए थे। बाद में पिरदा चौक मैदान में सभा के बाद इस रैली में लगभग 10000 लोग और शामिल हुए। ये भीड़ विधानसभा की ओर बढ़ रही थी। जिन्हे की पिरदा चौक के पास रोका गया। लेकिन इस भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के काम में बाधा पहुंचाया। फीर एएसपी विवेक शुक्ला, एएसपी राहुल देव शर्मा, डीएसपी गुरजीत सिंह, इंस्पेक्टर नितेश ठाकुर, कॉन्स्टेबल दिलीप जांगड़े, एंटी क्राइम ब्रांच के कांस्टेबल शेख आदिल, कॉन्स्टेबल दीपक पांडे कॉन्स्टेबल मोहन तिवारी जैसे अन्य पुलिसकर्मियों के साथ झड़प करके उन्हें चोट भी पहुंचाई है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जल्द ही आरोपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी की जाएगी। इस घटना का अलग-अलग फुटेज देखा जा रहा है।
बता दें कि इस मामले में कहा जा रहा है कि जैसे ही पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने की ख़बर कार्यकर्ताओं को मिली है वैसी ही ये सभी कार्यकर्ता गिरफ्तारी के डर से अंडर ग्राउंड हो गए हैं।
पुलिस का कहना है कि 50-50 कार्यकर्ताओं के दो अलग-अलग समूह पर दो एफआईआर दर्ज की गई है। पहला एफआईआर धारा 147 के तहत नगर निगम जोन 9 के अफसरों पर किया गया है। पुलिस की मानें तो जगह-जगह पर लगाए गए बास-बल्ली के बैरिकेड और टिन से बनाया गया शेड साथ ही साथ डिवाइडर को तोड़कर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है। वहीं दूसरा एफआईआर में धारा 147, 332, 353 और 186 भी लगाया गया है। उन्होंने बताया कि एएसपी डीएसपी रैंक के अधिकारियों के साथ मारपीट भी की है।
इस मामले को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिसकर्मी द्वारा फेके गए स्मोक बम के गोले से भाजपा के दो कार्यकर्ता बुरी तरह से चोटिल हो गए है। जिनका इलाज किया जा रहा है। प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष अरुण साव का कहना है कि ये पुलिस द्वारा हत्या कि साजिश है। इस मामले में कानूनी सलाह लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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