छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मौजूदा सरकार का आखिरी बजट पेश किया है। बजट पेश करने के दौरान मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की है। इस बजट को राज्य सरकार ने भरोसे का बजट बताया है। छत्तीसगढ़ को 1 नवंबर 2000 को नया राज्य बनाया गया था। बता दें कि एक मार्च से छत्तीसगढ़ में सत्र शुरु हुआ है। जो कि 24 मार्च तक चलेगा। इस पुरे सत्र में 14 बैठकें आयोजित किया जाएगा।
इस बार की ब्रीफकेस ने लोगों का ध्यान खिंचा है। सरगुजा के कलाकारों द्वारा बनाए गया ये ब्रीफकेस लोगों को बेहद पसंद आया है। इस ब्रीफकेस पर महतारी एवं कामधेनु का भित्तिचित्र बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने ब्रीफकेस के साथ फोटो भी खिंचवाई है। बता दें कि सरगुजा की बदहाल सड़कों के मरम्मती के लिए भूपेश सरकार ने करोड़ों रुपए की सौगात दी है। जिससे सरगुजा वासियों में भारी खुशी देखने को मिल रही है।
सीएम भूपेश बघेल ने इस बजट में किसानों का विशेष ख्याल रखा है। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ को हमने धान का कटोरा का दर्जा दिलाया है। रायगढ़ जिले में राजनांद गांव में नए उर्वरक प्रयोगशाला का स्थापना किया जाएगा। रायपुर में रासायनिक एवं जैविक कीटनाशकों की गुणवत्तायुक्त परीक्षण के लिए नए प्रयोगशाला की स्थापना का व्यवस्था किया गया है। वहीं, विकासखंड किसानों को गुणवत्ता युक्त पौधे उपलब्ध कराने के लिए अनुसंधान केंद्र का स्थापना किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कम आय के लोगों का भी ध्यान रखा है। उन्होने कहा कि जिस कीसी का भी आय 2.5 लाख से कम है, उन्हें दो साल तक ढाई हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। साथ ही साथ पेंशन की राशि 350 से बढ़ाकर 500 कर दिया जाएगा। बता दें कि बेरोजगारों के लिए 10 करोड़ की लागत से कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था किया जाएगा।