इंडिया न्यूज़, Raipur : Election Will be Held in NTPC Korba on October 12
एनटीपीसी में चुनाव की घोषणा हो चुकी है इस बार यूनियन के 12 अक्टूबर को चुनाव होने है। औद्योगिक विवाद अधिनियम प्रभावशील होने के बाद चाैथी बार श्रमिक संगठनों की मान्यता के लिए चुनाव होंगे। 12 अक्टूबर को प्रगति नगर में सुबह 8 से चुनाव शुरू किया जायेगा। इस चुनाव में जिस भी यूनियन की विजय होगी, एनटीपीसी कोरबा में सबसे लीड यूनियन बनेगी। एनटीपीसी में जब पहेली बार चुनाव कराए गए थे तो प्रमुख रूप से 4 संगठनों को अवसर मिला था।
जानकारी के अनुसार, वर्तमान में यहां इंटक और बीएमएस प्रमुख यूनियन हैं। यहाँ पर कुछ समूह यूनियन के बीच चुनाव हाेगा। जिसमे मुख्य रूप से इंटक से संबंद्ध राष्ट्रीय ताप विद्युत कर्मचारी संघ, बीएमएस की भारतीय ताप मजदूर संघ के बीच यहां चुनाव हाेगा। जिसको लेकर सभी समूह में तैयारियां शुरू हो गई है। इस चुनाव के लिए मान्यता प्रात्प पार्टी के लीडरों ने कैंपिंग करना शुरू कर दिया है।
इस चुनाव में लगभग 303 कर्मचारी वाेटिंग के लिए अधिकृत हैं। बीेएमएस पदाधिकारी सुरेन्द्र राठौर ने बताया कि पिछले चुनाव के दौरान उनके समूह ने जीत हासिल की थी। अब की बार भी उनकी पार्टी ही जीत हासिल करेगी। इस चुनाव में बीएमएस अब की बार 200 के पार वोट हासिल करेगी।
इन चुनावो में मुख्या मुद्दों को लेकर चुनाव में उठाये जायेगे। जिसमे कर्मचारी हितों से जुड़े मुद्दाें में वेतन बढ़ोतरी, काॅलोनी से जुड़े विकास कार्याें के साथ ही इस बार दिवाली बोनस भी मुख्य मुद्दा बना हुआ है। अब तक एनटीपीसी में बोनस को लेकर कोई बात नहीं हुई है।
इस यूनियन में होने वाले चुनावो में केवल कर्मचारी ही वोटिंग करते हैं। इस चुनाव में अधिकारी चुनाव में शामिल नहीं किया जाता। पिछले चुनाव में 505 मतदाता पर चुनाव लड़ा गया था, जिसमे से 491 सदस्यों ने वोटिंग की थी, परन्तु पिछले कुछ सालो में कर्मचारियाें की संख्या में कमी देखी जा सकती है। एनटीपीसी में अधिकतर कर्मचारी सीनियर हैं, जिसके कारण तेजी से रिटायर भी हाे रहे हैं। ऐसे में इस बार वाेटिंग में 303 कर्मचारी शामिल हाेंगे।
एनटीपीसी में मान्यता प्राप्त संगठन के लिए तीन वर्ष के बाद चुनाव हाेता है। पिछले प्लेन में हुए चुनाव में बीएमएस इंटक से 1 वोट से आगे अपनी जीत हासिल की। अन्य पार्टियों को इंटक काे 245 व बीएमएस काे 246 वाेट हासिल हुए थे। अबकी बार होने वाले चुनावों में दाेनाें संगठनों में एक-दूसरे से आगे निकलने की हाेड़ रहेगी।
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