इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: आज 1 अक्टूबर सुबह भू-विस्थापित ने रैली निकलकर कोरबा में चक्का जाम कर दिया। जिसके चलते SECL श्रमिक चौक से बिलासपुर की ओर जाने वाला रास्ता जाम कर दिया। ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति दीपका के तत्वावधान में यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसके चलते सभी कोल परिवहन रुक गए है। इलाके के भू-विस्थापित अपनी मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे है।
भू-विस्थापितों ने बताया कि उन्होंने पहले भी कई बार ट्रांसपोर्टिंग के कार्य में प्राथमिकता देने की मांग SECL दीपका गेवरा प्रबंधन से आवेदन देकर की जा चुकी है। लेकिन इसपर कोई ध्यान नहीं दें रहा। जिसके चलते दीपका के कोल परिवहन का चक्का जाम कर दिया गया है।
हालांकि अभी तक प्रबंधन का कोई भी अफसर हड़ताल को खुलवाने के लिए नहीं आया। भू-विस्थापितों ने मांग की है कि कोल परिवहन में जो परिवार कार्य करते है उनके परिवारों को इस कार्य में प्राथमिकता दी जाए। उन्होने कहा कि उनके पास करीब 2 ट्रक है, जिन्हें खदान में एंट्री के लिए प्राथमिकता मिलनी चाहिए। इसके अलावा कोयले को लोड करने के कार्य में भी उनकी भागीदारी रखी जाए।
इस विरोध प्रदर्शन में कोल ट्रकों को रोक दिया गया है इसमें मुख्य ये लोग शमिल है – दीपका इकाई अध्यक्ष बसंत कुमार कंवर, सिरकी खुर्द सरपंच कांति सिंह कंवर, उप सरपंच विजय श्याम, उपाध्यक्ष प्रकाश कोर्राम, सचिव भागीरथ यादव, ललित महिलांगे, संतोष मरकाम, रिंकू राज, गोपाल बिंझवार, जितेंद्र राठौर, मुकेश यादव,उपाध्यक्ष धन बाई कंवर, संतोष चौहान, बसंत कुमार चंद्राकर, रामाधार यादव, गजेंद्र सिंह ठाकुर, संदीप कंवर, फुलेन्द्र सिंह, प्रकाश, श्याम, बंसीलाल नाग, बृजपाल, प्यारे लाल मरावी, संतोष कुमार, अशोक कुमार साहू,धन सिंह कोर्राम,रामकुमार केवट के अलावा कई लोग शामिल रहे।
शुक्रवार को ही ग्रामीणों ने गवेरा खदान का कार्य रोक दिया था, जिससे SECL को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है। ग्रामीणों ने निचे खदान में जाकर कई वाहनों को रोक दिया है। जिसके च्कलते उत्पादन क्षेत्र पूरी तरह से बंद है। हालांकि कल से गोदाम को फिर से खोल दिया गया था।
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