इंडिया न्यूज़, Raipur News: राजधानी में छत्तीसगढ़ बिजली विभाग के ठेका कर्मचारी संघ ने कल 23 सितंबर से हड़ताल शुरू कर दी है। जिसके चलते सभी कर्मचारी काम छोड़कर डंगरिया ऑफिस के सामने धरना दे रहे है। इस आंदोलन में कर्मचारियों ने अपनी 5 मांगे रखी है। (agitation for 5 demands)
हालांकि शाम के समय जब अधिकारी बातचीत के लिए पहुंचे तो उन्होंने ज्ञापन सौंपा। जिसके उपरांत प्रदर्शन खत्म कर दिया गया। उन्होंने चेतावनी भी दी है कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो फिर से हड़ताल की जा सकती है। कर्मचारियों को आश्वासन दिया गया कि श्रम विभाग से यह मांग पूरी करवाई जाएगी।
(Electricity department employees) कर्मचारी संघ के नेता जितेंद्र साहू ने कहा की कहा कि 3 ऐसी कंपनियां है जो वेतन देने में देरी कर रही है। इनमें जनरेशन, डिस्ट्रिब्यूशन और ट्रांसमिशन शामिल है। जनरेशन कंपनी में जो सिविल विभाग के कर्मचारी है उन्हें कलेक्टर दर पर वेतन नहीं दिया जा रहा। जबकि हर माह EPF की राशि सही समय पर जमा हो रही है।
कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि ट्रांसमिशन कंपनी में सही रूप से पेमेंट करने के लिए रिफंड की मांग की जा रहे है। जो कर्मचारी यह रिफंड नहीं देता उसे या तो कंपनी से निकल दिया जाता है या फिर ट्रांसफर कर दिया जाता है। इन्हीं समस्याओं को दूर करने की मांग इस आंदोलन में की गई है।
(movement in Raipur )ठेका कर्मचारी एफओसी, ड्राइवर, मेंटेनेंस से बिना छुट्टी के पूरा माह कार्य करवाया जाता है। इन कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश भी नहीं दिया जाता। जिसके चलते संघ के नेताओं ने इसे नियमों के विरुद्ध बताया है। इसके अलावा कंप्यूटर ऑपरेटर, कॉल सेंटर ऑपरेटर को भी उनकी योग्यता के अनुसार वेतन नहीं दिया जा रहा। सुरक्षा सामग्री भी उपलब्ध नहीं करवाई गई। बता दें कि इस कंपनी में करीब 25 हज़ार कर्मचारी कार्य करते है। इनमें लाइनमैन, कंप्यूटर ऑपरेटर,मेंटेनेंस, मीटर रीडर, वाहन चालक जैसे कर्मचारी शामिल है। जिसके चलते उन्होंने कार्य बंद करने की बात कही है।
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