इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: सरकार की और से किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत राशि दी जाती थी। लेकिन इसमें कई ऐसे किसान थे जो या तो सरकारी नौकरी लगे हुए थे या फिर उनके पास इस योजना का लाभ लेने के लिए निर्धारित जमीन से ज्यादा जमीन है। अब जैसे ही ऐसे आवेदकों के बारे में जानकारी एकत्र की तो सामने आया की 32 हज़ाए से भी ज्यादा आवेदक अपात्र है।
हालांकि यह प्रक्रिया भी जारी है। इनमे से करीब 1000 से भी ज्यादा लोग तो ऐसे है जो इनकम टैक्स देने वाले सरकारी कर्मचारी है। जबकि कुछ लोग तो ऐसे भी मिले है जो एक ही परिवार से एक से ज्यादा सदस्य इस योजना का लाभ उठा रहे है। ऐसे लोगों से करीब 18 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की वसूली की जाएगी। इसी के चलते अब करीब 17000 से भी ज्यादा किसानों को अपात्र कर दिया गया है।
प्रदेश के कोरबा जिले में ही करीब 1.37 लाख किसानों का पंजीकरण इस योजना का लाभ लेने के लिए हुआ है। जिसके चलते करीब 1.34 लाख किसानों को इसकी राशि मिल चुकी है। लेकिन आधार लिंक होने के बाद पता चला है कि लगभग 1 लाख लोग ही इस योजना के लिए पात्र पाए गए है। इनमे से करीब 93 हज़ार लोगों कि E -KYC की जा चुकी है। हालांकि 11 हज़ार लोगों की यह प्रक्रिया जारी है।
करीब डेढ़ हज़ार लोगों से 84 लाख रूपए की वसूली की जाएगी। अभी तक करीब 600 किसानों से 11 लाख से भी ज्यादा की वसूली की जा चुकी है। इस योजना में जिन किसानों के पास केवल 2 हेक्टेयर जमीन है केवल उन्ही को यह राशि दी जनि थी। जिनके पास इससे ज्यादा जमीन है उन्हें अपात्र घोषित किया जा रहा है।
यह फर्जीवाड़ा होने का मामला तब समाने आया जब लोग सत्यापन करवाने के लिए जा रहे थे। जैसे ही आधार और पेन नंबर लिंक हुआ तो टैक्स दाता का डाटा भी सामने आ गया। अनिल कुमार शुक्ला ने कहा कि इसके लिए अपात्र किसानों को वसूली के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है।
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